छतरपुर: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिलें में जनसुनवाई में पहुंची एक कॉलेज की विद्यार्थी ने जिलाधिकारी के सामने भरी सभा में हाथ की नस काट ली, जिसके बाद विद्यार्थी को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। खबर के मुताबिक, छतरपुर जिला पंचायत में चल रही जनसुनवाई में 23 वर्षीय कॉलेज विद्यार्थी, कॉलेज की फीस माफ कराने तथा अपने भरण-पोषण के लिए आवेदन लेकर आई थी, जहां उसे संतुष्टि पूर्ण जवाब और इन्साफ न प्राप्त होने पर उसने जिलाधिकारी के सामने ही भरी सभा में अपने हाथ की नस काट ली।
वही हॉस्पिटल में एडमिट विद्यार्थी सविता दुबे ने बताया कि वह 6 बहनें 1 भाई हैं। पिता नरेंद्र दुबे कृषि विभाग में REAO के पद पर पदस्थ थे। जिनका 14 जुलाई 2019 को निधन हो गया है। पिताजी के रहते हुए मेरी 3 बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। माँ अपने 26 वर्षीय बेटे के साथ अलग रहती हैं। उन्हें अपने बेटे भर से प्यार है, अपनी सगी लड़कियों से नहीं। पिताजी की सर्विस में नॉमिनी माँ ही थीं तो नौकरी/बीमा का सारा रुपया माँ को ही मिला है तथा पेंशन भी माँ को ही मिलती है। हम लोगों को 1 रुपया भी नहीं मिलता। पीड़िता ने कहा कि हम 3 बहनें किराए के मकान में अलग रहकर अपनी पढ़ाई तथा भरण-पोषण खुद ट्यूशन पढ़कर करती हैं।
साथ ही छात्रा ने बताया कि वह महाराजा कॉलेज में BA की विद्यार्थी है। उसकी छोटी बहन मुस्कान (17 साल) मुस्कान BA कर रही है। वहीं, बड़ी बहन 26 वर्षीय कविता शहर के अवंतीबाई प्राईवेट कॉलेज से BSC-BED कर रही है, जो प्रथम सेमेस्टर की विद्यार्थी है। जिसकी 22 हजार रुपये सालाना के हिसाब से 70 -80 हजार रुपये फीस भरना है, जो कि हमारे पास नहीं है। फीस बहुत अधिक है अभी हाल ही में हमने इंतजाम करके (ट्यूशन पढ़ाकर) कुछ जमा की है। अब हमारे पास रुपया नहीं ही तथा फीस भरना है। जिसके लिए हम जनसुनवाई में गये थे कि हमारी फीस माफ करवाई जाये तथा भरण पोषण का इंतजाम किया जाए।
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