रायपुर: लगातार शिक्षाकर्मी जिस आन्दोलन को सफलतापूर्वक अंजाम दे रहे हैं, उसी तेजी से इसे कुचलने के लिए भी लगातार सरकार प्रयासरत है. स्थिति यह है कि अब तक प्रदेश सरकार ने राज्य के कोने-कोने से 25000 से भी अधिक शिक्षाकर्मियों की गिरफ्तारी की है. शहर में कल शनिवार सुबह पुलिस ने नगरी निकाय शिक्षक पंचायत मोर्चा के प्रांतीय संचालक वीरेंद्र दुबे को भी गिरफ्तार कर लिया.
मध्य रात्रि तक शिक्षाकर्मी आन्दोलन को लीड कर रहे कई बड़े नेताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वही दूसरी ओर पुलिस को कई शिक्षाकर्मियों की तलाश है. वीरेंद्र दुबे ने अपनी गिरफ्तारी से पहले कहा कि सरकार जितनी सख्ती से हमारे आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है, उतनी तन्मयता से अगर वो हमारी बातों को सुनती और बातचीत करने को आगे आती, तो हमें आंदोलन की जरूरत ही नहीं होती.
सरकार से बातचीत पर सहमति, लेकिन समामेलन नामंजूर...
दूसरी ओर इधर पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि संविलियन छोड़ सभी मांगों पर सरकार चर्चा को तैयार है. मंत्री ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता स्कूलों में पढ़ाई हो, इसके लिए सरकार सब कुछ करने को तैयार है. उन्होंने आगे कहा कि गिरफ्तारी भी होगी और चर्चा भी होगी. समान काम समान वेतन के मसौदे को चंद्राकर ने नकारते हुए कहा कि हमें उस मसौदे पर भरोसा ही नही है.