नई दिल्ली : यह खबर देश के कर्णधारों के लिए चिंता का विषय है कि जम्मू कश्मीर में इतने सारे प्रयासों के बावजूद यहां के युवा भटक कर आतंक के रास्ते पर आगे बढ़ रहे है. राज्य में बढ़ती आतंकी घटनाओं और उनको बचाने के लिए पुलिस और सेना पर पत्थरबाजी की घटनाएं भी बढ़ी है.
इस मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले चार सालों में 257 युवक आतंकी बन चुके हैं.इन नई भर्तियों में से अधिकांश दक्षिण कश्मीर में पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों के हैं, जो युवा आतंकवादियों का गढ़ बन गया है. बता दें कि 2017 में घाटी में कुल 50 कश्मीरी युवक आतंकवाद से जुड़ गए हैं.आतंकवाद में युवाओं की बढ़ती संख्या सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय के साथ कश्मीर की बिगड़ी स्थिति का भी परिचायक है.
उल्लेखनीय है कि यदि इन वार्षिक आंकड़ों पर नजर डालें तो अधिकारी के अनुसार 2014 से आतंकवाद में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में लगातार बढ़ी.2014 में 53 युवक आतंकवाद से जुड़े. जबकि 2015 में कश्मीर में 66 युवक और 2016 में 88 कश्मीरी युवक आतंकवाद से जुड़ गए जो पिछले छह महीनों में सबसे अधिक है.
यह भी देखें
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा नहीं संभालना चाहते राज्यपाल पद
GST पर J&K असेंबली में हुआ हंगामा मार्शल से भिड़े MLAs