नई दिल्ली : देश में दूध उत्पादन की दर बढ़ने से अब निजी क्षेत्र की डेयरियां सहकारी डेयरियों को दूध उत्पादन के मामले में पीछे छोड़ने की तैयारी में है. सन 2015की तुलना में सन 2020 तक यह उत्पादन दुगुना होने का दावा डेयरी इंडिया नामक पुस्तक में किया गया है. यदि इस पुस्तक के दावों पर यकीन करें तो 2020 तक निजी डेयरियों में होने वाला दूध उत्पादन 28.93 मिलियन टन तक पहुंच सकता है.
आपको बता दें कि साल 2015 में सहकारी और संगठित निजी क्षेत्र की तमाम डेयरियों ने कुल 15.55 मिलियन टन दूध का उत्पाीदन किया था.डेयरी इंडिया में देश के बाजार में दूध एवं डेयरी उत्पाेदों का आंकलन उनके बिक्री मूल्य के आधार पर किया है,जो 5 करोड़ 26 लाख 403 रुपए रहा.वर्ष 2020 तक इसके 10 करोड़ 5 लाख 264 रुपए तक पहुंचने की सम्भावना है.
उल्लेखनीय है कि डेयरी बाज़ार के सबसे बड़े घटक दूध की बिक्री मूल्य में 58 फीसद की हिस्सेदारी है. डेयरी इंडिया के पूर्वानुमान में दूध बाज़ार में संगठित डेयरी का शेयर 23 से बढ़कर 31 प्रतिशत तक हो सकता है.पाउचों में बिकने वाले ब्रांडेड तरल दूध को खरीदने के लिए ग्राहकों की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी. दूध के बाद भारतीय डेयरी बाजार में खोया, पनीर, छेना और मिठाइयों का बड़ा हिस्सा है.
यह भी देखें
आईसीआईसीआई बैंक की चंदा कोचर को लुकआउट नोटिस
डायमंड पावर ने लगाया 2,655 करोड़ का चूना