शिमला: बीते कई दिनों से बदलते मानसून से कारण आज कई क्षत्रों में तबाही का मंजर बन चुका है. वहीं देश के कई इलाकों में बाढ़ का प्रकोप लगातार बढ़ा ही जा रहा है, जिसके कारण कई जनजातियाँ प्रभावित हुई है. और कई लोगों ने अपनी जान खो दी है.
हिमाचल में भारी वर्षा से अभी तक 28211.37 लाख रुपये की हानि हो चुकी है. प्रदेश में 142 लोगों की मौत हो गई है जबकि चार लोग मिसिंग हैं. मंडी जिले में सबसे ज्यादा 27 लोग मौत का शिकार हुए है. बिलासपुर जिले में सबसे ज्यादा 190 लाख की हानि का अनुमान लगाया जा चुका है. जिला शिमला में 81 लाख की हानि हुई है. प्रदेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 24 जून, 2020 के उपरांत से अभी तक की क्षति का विवरण इस प्रकार है.
जिला बिलासपुर 190.26 लाख, चंबा 50.64, हमीरपुर 61.46, कांगड़ा 90.46, किन्नौर 48.54, कुल्लू 6.3, लाहौल स्पीति 2.4, मंडी 169.36, शिमला 81.56, सिरमौर 2.95, सोलन 25.08 और ऊना 28.68 लाख का नुकसान हुआ है. जिसके अतिरिक्त 46 पशु की जाने चली गई है. 2 पक्के मकान और 63 कच्चे मकान पूरी तरह से टूट गए हैं. 37 पक्के मकान और 265 कच्चे मकानों को आंशिक हानि पहुंची है. पांच दुकानें और 308 गोशालाएं, घराट और श्मशानघाटों को क्षति पहुंची है. जिनको 332.81 लाख का नुकसान हुआ है.
बिहार में ताडंव मचा रहा कोरोना, चिंताजनक है संक्रमण का आंकड़ा