नईदिल्ली। 2 जी स्पेक्ट्रम में आज दिल्ली के स्पेशल न्यायालय ने सभी 17 आरोपियों को बरी कर दिया। आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी किया गया। इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा और राज्यसभा सांसद कनिमोझी आरोपी बनाए गए थे। ये दोनों द्रविड़ मुनेत्र कड़गम पार्टी के नेता हैं। इस निर्णय के सामने आने के बाद केंद्रीय राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है। इस मामले में राज्यसभा और लोकसभा में भी कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच बहस चली। माना जा रहा है कि स्पेशल न्यायालय के निर्णय के बाद अब भाजपा और डीएमके साथ आ सकते हैं।
डीएमके के नेताओं के बरी होने के बाद यह माना जा रहा है कि केंद्र में अपनी सीटें बढ़ाने और अन्य लाभों के लिए भाजपा डीएमके से गठबंधन कर सकती है। हालांकि कांग्रेस भी खुद को केंद्रीय और तमिलनाडु की राजनीति में बरकरार रखने के लिए कोई प्रयास कर सकती है। ऐसे में 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में आरोपियों के बरी होने से कांग्रेस में नई ऊर्जा आई है। दूसरी ओर यह बात महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब चेन्नई पहुंचे थे तो उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके के प्रमुख एम करूणानिधी से भेंट की थी।
भाजपा इस भेंट का लाभ लेकर डीएमके से गठबंधन कर सकती है। जानकारी सामने आई है कि तमिलनाडु की प्रतिष्ठित आरके नगर सीट पर उपचुनाव हो रहा है। अब डीएमके इस सीट का लाभ लेने के लिए 2 जी मामले में अपने नेताओं के बरी होने का प्रचार कर सकती है।
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