भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति में इस समय हलचल मची हुई है। बीजेपी ने अपने तीन विधायकों प्रदीप पटेल, बृजबिहारी पटेरिया और प्रदीप लारिया को भोपाल बुलाया है, जो सरकार के खिलाफ सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। पार्टी इन विधायकों की नाराजगी के कारण बीते कुछ दिनों से असहज स्थिति का सामना कर रही है, और अब बीजेपी संगठन ने एक्शन लेने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा इन विधायकों से सीधी बातचीत करेंगे, ताकि उनकी शिकायतों को समझा जा सके और सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जताने के कारणों का पता लगाया जा सके। हाल ही में, मऊगंज से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल ने पुलिस अधिकारियों के सामने दंडवत होकर अपनी सुरक्षा की मांग की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है, और मऊगंज जिले में अवैध शराब और नशे का धंधा बहुत बढ़ गया है। सागर जिले के देवरी से विधायक बृज बिहारी पटेरिया का एक पत्र वायरल हुआ था, जिसमें उनके इस्तीफे की बात कही गई थी। यह मामला तब सामने आया जब विधायक अपने क्षेत्र के एक पीड़ित के लिए थाना केसूली गए थे, लेकिन पीड़ित की एफआईआर दर्ज नहीं हुई। बाद में, पटेरिया ने सफाई देते हुए कहा कि वह कदम गुस्से में उठाया गया था, इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है और वह संगठन के साथ खड़े हैं।
इसी तरह, नरयावली के विधायक प्रदीप लारिया ने भी जिले में शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ एसपी विकास शहवाल को ज्ञापन सौंपा था। इससे पहले उन्होंने इस मुद्दे पर कई बार पत्र भी लिखा था। बीजेपी संगठन इन मामलों को गंभीरता से ले रहा है और विधायकों से बातचीत करके समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है। मध्य प्रदेश की राजनीति में इस समय हलचल मची हुई है। बीजेपी ने अपने तीन विधायकों प्रदीप पटेल, बृजबिहारी पटेरिया और प्रदीप लारिया को भोपाल बुलाया है, जो सरकार के खिलाफ सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। पार्टी इन विधायकों की नाराजगी के कारण बीते कुछ दिनों से असहज स्थिति का सामना कर रही है, और अब बीजेपी संगठन ने एक्शन लेने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा इन विधायकों से सीधी बातचीत करेंगे, ताकि उनकी शिकायतों को समझा जा सके और सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जताने के कारणों का पता लगाया जा सके। हाल ही में, मऊगंज से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल ने पुलिस अधिकारियों के सामने दंडवत होकर अपनी सुरक्षा की मांग की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है, और मऊगंज जिले में अवैध शराब और नशे का धंधा बहुत बढ़ गया है।
सागर जिले के देवरी से विधायक बृज बिहारी पटेरिया का एक पत्र वायरल हुआ था, जिसमें उनके इस्तीफे की बात कही गई थी। यह मामला तब सामने आया जब विधायक अपने क्षेत्र के एक पीड़ित के लिए थाना केसूली गए थे, लेकिन पीड़ित की एफआईआर दर्ज नहीं हुई। बाद में, पटेरिया ने सफाई देते हुए कहा कि वह कदम गुस्से में उठाया गया था, इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है और वह संगठन के साथ खड़े हैं। इसी तरह, नरयावली के विधायक प्रदीप लारिया ने भी जिले में शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ एसपी विकास शहवाल को ज्ञापन सौंपा था। इससे पहले उन्होंने इस मुद्दे पर कई बार पत्र भी लिखा था। बीजेपी संगठन इन मामलों को गंभीरता से ले रहा है और विधायकों से बातचीत करके समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है।
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