इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के तीन गुर्गों को गिरफ्तार कर एक बड़े अपराध को अंजाम देने से पहले ही नाकाम कर दिया। पुलिस ने बताया कि ये तीनों इंदौर के बाईपास रोड पर शराब से लदे ट्रक को हाईजैक करने की योजना बना रहे थे। गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई में पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 पिस्तौल और छह गोलियां बरामद की हैं।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी—भूपेंद्र सिंह रावत, आदेश चौधरी और दीपक सिंह रावत—राजस्थान के रहने वाले हैं। इन्हें लसूड़िया पुलिस थाने की सीमा में गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा गया। भूपेंद्र सिंह रावत लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है। वह 2017 में पंजाब की फरीदकोट जेल में अफीम के एक मामले में बंद रहने के चलते लॉरेंस बिश्नोई से जुड़ा था। भूपेंद्र सिंह रावत गिरोह के साथ मिलकर जबरन वसूली एवं अन्य गंभीर अपराधों में शामिल था। बिहार के गोपालगंज में छह ग्लॉक पिस्तौल की अवैध आपूर्ति के मामले में उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित है। इसके अतिरिक्त, पंजाब पुलिस ने भी उसे दो ग्लॉक पिस्तौल की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल इस मामले में जमानत पर बाहर था।
वही कुछ दिन पहले पंजाब के जालंधर में भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों पर हत्या, जबरन वसूली और आर्म्स एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं। उनके पास से तीन हथियार एवं गोलियां बरामद की गई थीं। पंजाब पुलिस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर जानकारी दी कि जालंधर पुलिस ने पीछा कर गोलीबारी के पश्चात् इन दोनों बदमाशों को गिरफ्तार किया। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस पर गोलीबारी की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैर में गोली लगी और उन्हें पकड़ लिया गया।
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