नई दिल्ली। थ्री इडियट्स फिल्म में आमिर खान ने जिस व्यक्ति पर आधारित किरदार निभाया था, अब उन्हें एशिया का नोबल पुरस्कार दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, लद्दाख के श्रद्धा पुनर्वास फाउंडेशन के संस्थापक सोनम वांगचुक का नाम इस वर्ष के रोमन मैग्सेसे अवार्ड 2018 के लिए चुना गया है। सोनम वांगचुक को रियल लाइफ पुंसुक वांगडू के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल सोनम वांगचुक का जीवन 3 इडियट्स में आमिर खान के द्वारा निभाए गए किरदार 'पुंसुक वांगडू' से काफी मिलता जुलता है। पुंसुक वांगडू की तरह ही सोनम वांगचुक ने भी विज्ञान और रचनात्मकता का उपयोग कर देश के युवाओ के जीवन में सुधार का प्रयास किया है।
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सोनम वांगचुक का जन्म एक सितम्बर 1966 को हुआ था, 3 इडियट्स के पुंसूक वांगड़ू की तरह ही सोनम वांगचुक को भी शुरू से ही मैकानिकल इंजीनियरिंग का शौक था लेकिन उनके पिता चाहते थे की वो सिविल इंजीनियरिंग ही करे। इस मुद्दे पर उनका अक्सर पिता से वाद विवाद हो जाता था । एनआईटी श्रीनगर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उन्होने लेह मे कोचिंग सेंटर खोलने की योजना बनाई । जल्द ही उनकी कोचिंग इतनी पसंद की जाने लगी की उनकी चार साल की पढ़ाई की फीस सिर्फ दो महीने मे ही निकल गयी ।
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सोनम ने अपनी कोचिंग मे ऐसे बच्चो को प्राथमिकता दी जो पढ़ाई मे कमजोर थे या किसी न किसी महत्वपूर्ण परीक्षा मे फ़ेल हो चुके थे । आज उनके कई छात्र उचे मकामों पे है जिनमे कई वैज्ञानिक और बिज़नस मेन भी शामिल है । 1994 में उन्होने के ‘आपरेशन न्यू होप’ शुरू किया गया जिसका उद्देश्य शैक्षिक सुधार कार्यक्रम को विस्तारित करना था । उनकी इन्ही उपलब्धियों की वजह से ही रोमन मैग्सेसे फाउंडेशन ने उन्हे रोमन मैग्सेसे अवार्ड 2018 के लिए चुना है। आपको बता दें कि इस प्रतिष्ठित पुरूस्कार को एशिया का नोबेल पुरस्कार भी माना जाता है। इस पुरूस्कार के लिए सोनम वांगचुक के अलावा और पाँच भारतीयो को चुना गया है ।
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