छत्तीसगढ़ में इस बार चुनाव के लिए 35 हजार 150 इलेक्ट्रॉनिक नई वोटिंग मशीनों का उपयोग होगा. 30 हजार 435 वीवी-पैट भी नए होंगे. प्रदेश के नए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू को ज्वाइंट सीईओ समीर विश्वनोई, डिप्टी सीईओ यूएस अग्रवाल, स्वीप कार्यक्रम प्रभारी केआर सिंह, असिस्टेंट सीईओ एमएल सोनी, डिप्टी डायरेक्टर फाइनेंस श्रद्धा त्रिवेदी कुमार जैसे अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम मिली है.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस के बीच हर चुनाव में कड़ी टक्कर देखने को मिलती है. छत्तीसगढ़ राज्य का जबसे निर्माण हुआ है तब से ही विधानसभा चुनाव में दिलचस्प नतीजे देखने को मिलते है. 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को ढाई प्रतिशत वोटों के अंतर से हरया था. 2008 के विधानसभा चुनाव में यह जीत का अंतर और कम हो गया था.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में दोनो पार्टियों के बीच कड़ी टक्कर को देखते हुए राज्य का मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ऑफिस वोटरलिस्ट को लेकर बहुत ही सावधनी बरत रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो 2013 में केवल 2 लाख 40 हजार वोटों से 90 विधानसभा सीटों की जीत-हार का फैसला हो गया था. इस बार होने वाले राज्य के चुनाव में पहली बार वीवी-पैट का इस्तेमाल होगा.
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