नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी शुक्रवार (4 अगस्त) को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर (Rana Kapoor Yes Bank Scam) को जमानत देने से इनकार कर दिया। कपूर पर खराब ऋणों को मंजूरी देने के लिए 'किकबैक' या अवैध धन प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है। आदेश सुनाते हुए अदालत ने कहा कि इस मामले ने "पूरी बैंकिंग प्रणाली को हिलाकर रख दिया है।'' न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने शुक्रवार को कहा कि, "इस मामले ने भारतीय बैंकिंग प्रणाली को हिलाकर रख दिया। यस बैंक मुश्किल में पड़ गया और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाना पड़ा।"
अदालत ने यह भी सवाल किया कि 3,642 करोड़ रुपये के यस बैंक घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में इतना समय क्यों लग रहा है। इसका जवाब देते हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ने कहा, "सैकड़ों शेल कंपनियां हैं। जांच में लंबा समय लग रहा है क्योंकि हम विदेशों से जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।" बता दें कि, 2018 में, यस बैंक (Rana Kapoor Yes Bank Scam) ने कथित तौर पर DHFL के अल्पकालिक डिबेंचर में 3,700 करोड़ रुपये का निवेश किया था। इसने DHFL की सहायक कंपनी को 750 करोड़ रुपये का ऋण भी मंजूर किया।
कपूर ने कथित तौर पर DOIT अर्बन वेंचर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को ऋण देकर 600 करोड़ रुपये की रिश्वत प्राप्त की, जिसका पूर्ण स्वामित्व आरएबी एंटरप्राइजेज के पास है, जो कपूर (Rana Kapoor Yes Bank Scam) की पत्नी और बेटियों की स्वामित्व वाली कंपनी है। कपूर की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने शीर्ष अदालत से कहा, "बैंक को मुश्किल में डाल दिया गया था, लेकिन किसी व्यक्ति को अनिश्चित काल तक सलाखों के पीछे रखने का कोई कारण नहीं है। वह 8 मार्च 2020 से सलाखों के पीछे हैं। उन्हें जेल में रखा गया है। वे 3 साल से अधिक और न्यूनतम संभव सजा से अधिक सजा काट चुके हैं।"
इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, "एक बार उन्हें जमानत मिल गई तो मुकदमा कभी खत्म नहीं होगा।" जुलाई में, सेबी ने राणा कपूर (Rana Kapoor Yes Bank Scam) को एक नोटिस भेजकर निजी क्षेत्र के ऋणदाता के एटी1 (अतिरिक्त टियर-1) बांड को गलत तरीके से बेचने के मामले में 2.22 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा और गिरफ्तारी और संपत्ति के साथ-साथ बैंक खातों की कुर्की की चेतावनी दी। वह 15 दिनों के भीतर भुगतान करने में विफल रहा। AT1 बांड की बिक्री 2016 में शुरू हुई और 2019 तक जारी रही। ईडी ने 7 मार्च, 2020 को यस बैंक के सीईओ रहे राणा कपूर और अन्य के खिलाफ ECIR (प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट) दर्ज की थी। इस साल अप्रैल में, कपूर को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में विशेष मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) अदालत ने जमानत दे दी थी। यह मामला हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) को दिए गए ऋण में 900 करोड़ रुपये की अनियमितता से संबंधित था।
राणा कपूर और प्रियंका गांधी का पेंटिंग विवाद:-
बता दें कि, गत वर्ष यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर (Rana Kapoor Yes Bank Scam) ने ED के सामने बड़ा दावा किया था। उन्होंने जांच एजेंसी को बताया था कि उन्हें प्रियंका गांधी वाड्रा से 2 करोड़ में मकबूल फ़िदा हुसैन (MF Hussain) की एक पेंटिंग खरीदने के लिए विवश किया गया था। राणा कपूर ने कहा था कि जिस रकम का उन्होंने भुगतान किया था, उसका इस्तेमाल गांधी परिवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के उपचार के लिए किया था. बता दें कि ये बात संघीय धन शोधन रोधी एजेंसी (Federal Anti-Money Laundering Agency) की तरफ से दाखिल चार्जशीट में सामने आई थी।
राणा (Rana Kapoor Yes Bank Scam) ने ED को बताया कि तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री और कांग्रेस नेता मुरली देवड़ा ने उनसे कहा था कि यदि वह एमएफ हुसैन की पेंटिंग नहीं खरीदेंगे, तो उन्हें गांधी परिवार के साथ संबंध बनाने में समस्या होगी, साथ ही, उन्हें 'पद्म भूषण' पुरस्कार भी नहीं मिल पाएगा। यही नहीं, कपूर के अनुसार, देवड़ा ने उनपर यह भी दबाव डाला था कि, यदि वह पेंटिंग नहीं खरीदेंगे को उन पर और यस बैंक पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ हो सकता है।
राणा कपूर (Rana Kapoor Yes Bank Scam) ने दावा किया था कि उन्हें पेंटिंग खरीदने में कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन दबाव के कारण उन्हें 2 करोड़ रुपये का चेक देकर पेंटिंग खरीदनी पड़ी। इसके बाद मिलिंद देवड़ा ने उन्हें बताया था कि इन पैसों का इस्तेमाल गांधी परिवार द्वारा न्यूयॉर्क में सोनिया गांधी के उपचार में किया गया था। राणा कपूर ने यह भी बताया था कि, सोनिया गांधी के करीबी कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने उनसे कहा था कि सोनिया गांधी के उपचार के लिए सही वक़्त पर गांधी परिवार की मदद करके उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है, इसलिए 'पद्म भूषण' पुरस्कार के लिए उनके नाम के बारे में सोचा जाएगा। अब राणा कपूर के बयानों को सही मानें तो, एक सवाल यह भी उठ रहा है कि, जब कपूर, गांधी परिवार पर इतने संगीन इल्जाम लगा रहे हैं कि, उन्होंने (गाँधी परिवार ने) पद्मभूषण के बदले पेंटिंग खरीदने की पेशकश की थी और दबाव डाला था, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी, कपूर को जमानत दिलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पूरी ताकत लगा रहे हैं।
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