नेपाल के सिंधुपालचोक शहर में शुक्रवार को जमीन खिसकने के पश्चात कम से कम 37 लोगों के लापता होने की खबर है, अफसरों के मुताबिक, अभी तक 10 अन्य लोगों को बचा लिया गया है. सुरक्षा कर्मियों की एक टीम इलाके में फिलहाल, बचाव अभियान चला रही है. प्रतिनिधि सभा के सदर अग्नि प्रसाद सपकोटा भी एक ऑनसाइट निरीक्षण के लिए पहुंच गए हैं.
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सिंधुपालचोक शहर के पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) माधव प्रसाद काफले दफ्तर (डीपीओ) ने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को साइट पर ले जाया जाएगा, क्योंकि मिट्टी का मलबा साइट पर निरंतर खिसक रही है. आपदा में हुए हताहतों और क्षति का विवरण अभी तक पता नहीं चला है.
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दूसरी ओर नेपाल सरकार द्वारा लगातार ऐसे फैसले लिए जा रहे हैं जिससे भारत और नेपाल के रिश्तों में खटास बढ़ती चली जा रही है. नेपाल सरकार का ताजा फैसला चौंकाने वाला है. बेवसाइट 'द हिंदू' की रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल अब भारत के लोगों से पहचान पत्र मांगेगा. गृह मंत्री राम बहादुर थापा ने ये बात कही है. वही, उन्होंने संसदीय पैनल को बताया, ''नेपाल अब इन आंकड़ों के जरिए कोविड संकट ने निपटने के लिए बेहतर योजना बना सकेगा. इसके लिए डेटा संग्रह का काम चल रहा है. सरकार इसके लिए एक ऐसी प्रणाली विकसित करेगी जो परमानेंट काम कर सके.'' थापा ने यह जानकारी नेपाली संसद के राज्य प्रबंधन और सुशासन समिति को दी.
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