लगातार गिरते शिक्षा के स्तर और छात्रो के भारी बस्ते के बोझ को दूर करने के लिए केंद्रीय विद्यालय ने तकनीक को छात्रों की शिक्षा से जोड़ने के लिए एक अहम फैसला लिया है. केंद्रीय विद्यालय ने कक्षा आठवीं के 4,912 विद्यार्थियों सहित 166 शिक्षकों को टैबलेट देने का निर्णय लिया है. देश में काबिज मोदी सरकार ने केंद्रीय विद्यालय के विद्यालयों में प्रारम्भ किये जाने वाले इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए करीब 28 विद्यालयों के नाम को अंतिम रूप दिया है. इस योजना में परिवर्तन करते हुए सरकार ने छात्रों के साथ विज्ञान और गणित समूह के शिक्षकों को भी टैबलेट प्रदान करने का निर्णय लिया गया है.
इस योजना के तहत देश के चंडीगढ़, दिल्ली, गुड़गांव, लखनऊ, वाराणसी, आगरा, जम्मू, और देहरादून के विद्यालयों को इस प्रोजेक्ट में स्थान दिया गया है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत आठवीं कक्षा हेतु केंद्रीय विद्यालय के 25 और रीजन के 28 विद्यालयो को चयनित किया गया है. शिक्षक मल्टी डिवाइस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपने टैबलेट से यह देख सकेंगे कि छात्र पढ़ रहे है, या नहीं. आठवीं कक्षा में मिलने वाले टैबलेट को बच्चो को 12वी कक्षा तक उपयोग करना होगा.12वीं कक्षा के बाद छात्र टैबलेट को अपने साथ ले जा सकेंगे.
योजना में शामिल कुछ प्रमुख रीजन व विद्यालय---
रीजन स्कूल का नाम छात्र शिक्षक कुल टैबलेट
आगरा केवी नंबर दो 189 05 194
चंडीगढ़ ओसीएफ सेक्टर 29 137 05 142
देहरादून नंबर 1 एचबीके 128 02 130
गुरुग्राम केवी नंबर 1, पहली शिफ्ट 181 10 191
गुरुग्राम केवी नंबर 1, दूसरी शिफ्ट 82 03 85
जम्मू केवी संजुवन 137 04 141
लखनऊ केवी अलीगंज पहली शिफ्ट 212 06 218
लखनऊ केवी अलीगंज दूसरी शिफ्ट 98 03 101
वाराणसी केवी बीएचयू कैंपस 177 06 183
दिल्ली केवी एनएमआर, जेएनयू ओल्ड कैंपस 335 11 346
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