जयपुर: भाजपा के भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अपना पहला पूर्ण बजट पेश किया है, जिसमें उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दीया कुमारी ने विधानसभा में बजट पढ़ा। बजट में महिला विकास और हिंदू आस्था पर जोर दिया गया है। एक महत्वपूर्ण घोषणा "लखपति दीदी योजना" है, जिसका उद्देश्य राजस्थान में 15 लाख महिलाओं को कौशल विकास कार्यक्रमों से जोड़कर उन्हें लाभान्वित करना है। इस पहल के माध्यम से हर साल 3 लाख महिलाओं को सशक्त बनाया जाएगा।
इसके साथ ही महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों में संगठित किया जाएगा, उन्हें विभिन्न कौशल सिखाए जाएंगे और छोटे व्यवसायों के लिए 1 लाख रूपए का आसान ऋण प्रदान किया जाएगा। यह योजना, जो शुरू में केंद्र सरकार की पहल का हिस्सा थी, राजस्थान में आगे और विस्तारित की जाएगी। महिलाओं के लिए अतिरिक्त उपायों में विभिन्न जिलों में कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावासों का निर्माण, बालिका सैनिक स्कूलों की स्थापना और गर्भवती महिलाओं के लिए मुफ्त जांच के लिए वाउचर का वितरण शामिल है।
इसके साथ ही राज्य में 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण करने का ऐलान किया गया है, जिसकी कुल लंबाई 2,750 किमी होगी। हेल्थ सेक्टर के लिए 27,660 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। दस जिलों में 25 बिस्तरों वाले नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए जाने की घोषणा की गई है। जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत छह परियोजनाओं के लिए 20,370 करोड़ रुपये रखे गए हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों में पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। 60,000 करोड़ रुपये की लागत से राज्य में नई सड़कें बनाने का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही पांच साल में चार लाख भर्तियां करने का ऐलान किया गया है।
बजट में राजस्थान में मंदिरों के विकास और पुनरुद्धार के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है। उल्लेखनीय रूप से, सीकर में खाटू श्याम मंदिर के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, जो एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। भक्तों के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए काशी विश्वनाथ और महाकाल कॉरिडोर से प्रेरित खाटू श्याम कॉरिडोर बनाने की योजना शामिल है। जिनमाता मंदिर और शाकंभरी मंदिर जैसे अन्य धार्मिक स्थलों को भी विकास निधि मिलेगी। इसके अतिरिक्त, 600 मंदिरों के जीर्णोद्धार और सजावट के लिए 13 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए हैं, खासकर दिवाली और रामनवमी त्योहारों को देखते हुए ये फैसला लिया गया है।
ये बजट प्रस्तुति कांग्रेस पार्टी से जुड़े हालिया राजनीतिक तनाव की पृष्ठभूमि में आती है। 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान, जयपुर शहर से कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप सिंह खाचरियावास ने शिकायत दर्ज कराई थी कि बाजारों में भगवा झंडे भाजपा को लाभ पहुंचाने के इरादे से लगाए गए थे, जो उन्होंने दावा किया कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। इसके चलते नगर निगम ने रातों-रात झंडे हटा दिए। इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हवा महल के विधायक बालमुकुंदाचार्य ने इन लोगों को फिर से बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कांग्रेस पर भगवा झंडे और राम के नाम पर आपत्ति जताने का आरोप लगाया है। इससे पहले कांग्रेस सरकार के दौरान राजस्थान में हिंदू जुलूसों पर पथराव की घटनाएं हुई थीं।
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