जम्मू : जिस कश्मीर की वादियों में आतंक की गोलियों का कहर सुनाई देता है, अब वह कुदरत के कहर से परेशान हैं. वहां भारी बर्फबारी और बारिश की दोहरी मार पड़ रही है. दक्षिण और मध्य कश्मीर में बाढ़ घोषित कर दी गई है. कश्मीर में बाढ़ से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि खुद पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के हालात पर राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की है.
गौरतलब है कि राजधानी श्रीनगर में सड़कें नदियों में बदल गई है. लगातार चार अप्रैल से हो रही बर्फबारी और बारिश ने कई इलाकों में पानी भर गया है. घाटी की खूबसूरती झेलम नदी भी खतरे के निशान से सौलह फीट उपर बह रही है. इस बाढ़ ने 2014 की भयानक बाढ़ की यादें ताजा कर दी हैं. जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से यहां के कई इलाके प्रभावित हुए हैं.
बता दें कि कलाई पुल और सुरनकोट इलाके में कई लोग फंस गए थे. लोगों को बचाने के लिए सेना की मदद ली गई. सेना ने हेलिकॉप्टर से बाढ़ में फंसे 17 लोगों की जान बचाई. उधर, जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में भी भारी बारिश की वजह से हाल बेहाल है. कोकरनाग में बांग्री नदी में पानी के तेज बहाव में एक सूमो बह गयी. कार में मौजूद 11 लोगों में से छह को बचाव टीम ने जान को जोखिम में डालकर बचा लिया, जबकि पांच लोग लापता हैं.
पुलवामा में भी भारी बारिश की चपेट से पुल टूटने की कगार पर पहुँच गया है. इससे आवागमन प्रभावित होने से लोग परेशान हैं. वहीं सोपोर में कई घर पानी में डूब गए हैं. लोग गलियों में आने जाने के लिए नाव का उपयोग कर रहे हैं. सेना और पुलिस की मदद से नाव से एक जगह से दूसरी जगह जा पा रहे है. बर्फबारी और तेज बारिश का असर जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर भी पड़ा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के हालात पर राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की है. पीएम ने ट्विटर पर बताया है, जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के बारे में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की. हालात से निपटने में केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है. जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर, पुंछ और सोपोर समेत कई जगह पर सेना के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं.
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