कोरोना ने हर किसी की कमर तोड़ रखी है. लॉकडाउन के चलते सबको आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वही, मंडला जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है जो की हैरान कर देने वाली है. जिले के जनपद निवास की ग्राम पंचायत भीकमपुर में बुधवार को मजदूरी न मिलने से नाराज मजदूरों ने सब इंजीनियर सहित सरपंच, सहायक सचिव और सुपरवाइजर को पेड़ से बांधकर बंधक बना लिया. जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने मजदूरों को समझाइश दी तब मजदूरों ने उन्हें डेढ़ घंटे बाद छोड़ा.
दरअसल, मजदूरों ने कहा कि अपना खून पसीना एक कर मेहनत के बाद भी मेहनताना न मिलने पर वो क्रोधित हो गए. मजदूरों ने मेढ़ बंधान की मजदूरी न मिलने पर ग्राम पंचायत भीकमपुर में सरपंच लखन गोंटिया, सब इंजीनियर अरविंद मिश्रा व सहायक सचिव बिहारी लाल और सुपरवाइजर चारों को महुआ के पेड़ में रस्सी से बांध दिया.
बता दें की घटना की जानकारी जनपद निवास के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लगी तो तत्काल निवास एसडीएम को दी. एसडीएम ने तत्काल थाना प्रभारी निवास को मौके पर पहुंचाया. मौके पर पहुंच थाना प्रभारी ने उनकी समस्याओं को सुना और आश्वासन दिया कि शेष मजदूरी भुगतान जल्द से जल्द करा दिया जाएगा. आश्वासन पर मजदूरों ने चारों को छोड़ा. बुधवार को मनरेगा के तहत प्रहलाद गोंटिया के खेत में मेढ़ बंधान का कार्य चल रहा था. उसका निरीक्षण करने सब इंजीनियर अरविंद मिश्रा पहुंचे थे. उन्हें देखकर मजदूर आक्रोशित हो गए और उन्होंने 6 साल पुराने मेढ़ बंधान की मजदूरी का भुगतान कराने की मांग की. लेकिन कोई आश्वासन न मिलने पर मजदूरों ने सबइंजीनियर सहित सभी को पेड़ से बांध दिया.
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