खंडवा: खंडवा के एक स्कूल में गणतंत्र दिवस समारोह में खीर-पूरी और हलवा खाने से लगभग 30 से अधिक बच्चे फूड पॉइजनिंग से ग्रसित ही गए है. बच्चों को तत्काल हरसूद तहसील स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए एडमिट करवाया गया. अचानक इतने बच्चों के हॉस्पिटल में आ जाने से जिले में हड़कंप का माहौल पैदा हो गया है. अब ये भी कहा जा रहा है कि बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के पश्चात उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कर दिया गया. हालांकि डॉक्टरों का इस बारें में कहना है कि सभी बच्चे खतरे से बाहर आ चुके हैं. जिला प्रशासन अब इस पूरे केस की कार्रवाई में लग चुका है. फिलहाल ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के अनुसार सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है.
हरसूद विधानसभा के गांव कसरावद के स्कूल का है मामला: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार घटना हरसूद विधानसभा इलाके के ग्राम कसरावद का बताया जा रहा है. गणतंत्र दिवस के खास मौके पर स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. बच्चों के लिए विशेष भोजन खीर-पूरी और हलवा भी बनवाया गया था. झंडावंदन के पश्चात बच्चों को भोजन भी परोस दिया गया था. बच्चों ने पकवान को खाना शुरू किया ही था कि कुछ देर समय पे पश्चात एक-एक कर बच्चों की तबियत तेजी से बिगड़ने लग गई. उन्हें पेट दर्द और उल्टी होने लग गई. इस तरह से एक साथ लगभग 40 बच्चों की तबियत बुरी तरह से ख़राब हो गई. सभी बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरसूद में एडमिट करवा दिया गया था. बड़ी संख्या में मरीजों में हॉस्पिटल पहुंच गए थे जिसकी वजह से हॉस्पिटल में बेड कम पड़े, और बच्चों को नीचे गैलरी में लिटाकर इलाज किया गया. इनमें 5 बच्चे आंगनवाड़ी के कहे जा रहे है.
शुरूआती दौरान के पश्चात लगभग 20 बच्चे हुए डिस्चार्ज: खबरों का कहना है कि एक आंगनवाड़ी सहायिका भी फूड पॉइजनिंग की चपेट में आ गई. हरसूद स्वास्थ्य केंद्र के BMO डॉक्टर आशीष मिश्रा का इस बारें में कहना है फिलहाल सभी बच्चों का उपचार किया जा रहा है. इतना ही नहीं लगभग 20 बच्चों को प्रारंभिक इलाज के पश्चात डिस्चार्ज किया जा चुका है.