रियाद। आतंकी संगठनों को फंडिंग करने को लेकर सऊदी अरब ने आतंकवाद को विश्व से समाप्त करने का आह्वान किया है। दरअसल सऊदी अरब के सर्वाधिक शक्तिशाली व्यक्ति प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इस मामले में कहा है कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए मुस्लिम राष्ट्रों को एकजुट करना होगा। वे करीब 40 इस्लामिक राष्ट्रों के एक संगठन का गठन करने के दौरान उपस्थितों को संबोधित कर रहे थे। मुस्लिम देशों ने इस्लामिक काउंटर टेररिज्म एलायंस का गठन किया।
यह संगठन आतंकवाद को समाप्त करने के लिए मुस्लिम देशों को एकजुट करेगा। इस संगठन का कमांडर इन चीफ पाकिस्तान के पूर्व जनरल राहील शरीफ को बनाया गया हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद गहरी पैठ जमा चुका है, इसका कारण केवल आपसी सहयोग नहीं है। प्रिंस सलमान ने कहा कि, आतंकवाद को समाप्त करने के लिए मुस्लिम राष्ट्रों को एकजुट होना होगा। इस दौरान तेहरान को लेकर चर्चा हुई। हालांकि बैठक से ईरान व ईराक अलग रहे।
दूसरी ओर आरोप लगता रहा कि लेबनान में शिया हिजबुल्ला व यमन में हुति विद्रोहियों को हथियार देता रहा है। आतंकवाद से लड़ने हेतु दुनिया में वहाबी विचारधारा फैलाने और कई आतंकी सगंठनों को फंडिंग करने का आरोप झेल रहा सऊदी अरब ने अब आतंकवाद को दुनिया से खत्म करने का आव्हान किया है। सऊदी अरब के सबसे ताकतवर इंसान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने वादा किया है कि मुस्लिम देशों के साथ गठबंधन कर दुनिया से आतंकवाद को जड़ से खत्म किए जाने का काम किया जाएगा।
सलमान ने यह बात रविवार को 40 इस्लामिक मुल्क के अधिकारियों और नेताओं से मीटिंग करने के बाद कही। इस मीटिंग में कुल 41 इस्लामिक देशों ने भाग लिया था, जिसमें सऊदी के दुश्मन देश ईरान और यहां तक कि सीरिया और ईराक जैसे देश इस मीटिंग का हिस्सा नहीं थे। इस मीटिंग में रियाद और तेहरान के बीच चल रहे टेंशन पर चर्चा की गई। बता दें कि सऊदी अरब लंबे समय से ईरान पर आरोप लगाते आया है कि ये मुल्क लेबनान में शिया हिजबुल्ला और यमन में हुति विद्रोहियों को हथियार देता रहा है।
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