जयपुर: जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शुक्रवार प्रातः एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें ट्रक, बस और अन्य वाहनों में आग लग गई। इस हादसे में 5 लोगों की जलकर मौत हो गई, जबकि लगभग 40 लोग घायल हो गए। यह हादसा जयपुर के अजमेर रोड स्थित भांकरोटा इलाके में हुआ। घटना की जानकारी प्राप्त होते ही राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने मौके का दौरा किया एवं घायलों का हाल जानने के लिए चिकित्सालय पहुंचे। इस हादसे के कारण सड़क पर भारी यातायात प्रभावित हुआ एवं प्रशासन द्वारा त्वरित राहत कार्य चलाए गए।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह के समय एक केमिकल से भरा ट्रक अचानक सड़क पर पलट गया तथा इसी के चलते पेट्रोल पंप के पास खड़ी CNG गैस से भरी एक गाड़ी में भीषण धमाका हुआ। धमाके के साथ ही आग की लपटें ऊंची उठने लगीं, जिससे ट्रक, बस और अन्य वाहन भी आग की चपेट में आ गए। धमाके के साथ पेट्रोल पंप भी आग में घिर गया, जिसके कारण आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना इतनी भीषण थी कि धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी।
इस दुर्घटना में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तथा 40 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है। घटनास्थल पर पहुंचने वाले स्थानीय प्रशासन एवं आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। आग बुझाने के लिए दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, एवं घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
घटनास्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
सीएम भजनलाल शर्मा ने घटनास्थल का दौरा किया और बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए घटना पर गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त की तथा कहा, "यह घटना बहुत दुखद है। मैंने अस्पताल जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया और अस्पताल के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे घायलों को उचित इलाज मुहैया कराएं।"
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "सरकार इस हादसे में प्रभावित लोगों के लिए हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी। हमने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिसके जरिए लोग घटनास्थल के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, जो लोग इस दुर्घटना में हताहत हुए हैं, उनके परिजनों को हमारी तरफ से ढांढस और शक्ति मिलें।"
इस हादसे के बाद, स्थानीय प्रशासन ने भारी सुरक्षा इंतजाम किए हैं तथा प्रभावित इलाके में यातायात को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए हैं। साथ ही, घटनास्थल से तुरंत शवों को निकालने और घायलों को इलाज देने के लिए चिकित्सालयों में आवश्यक सुविधाएं बढ़ा दी गई हैं। पुलिस और प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है, ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के उपाय किए जा सकें।