नई दिल्ली: कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डरों पर 40 दिनों से भी अधिक समय से किसान आंदोलन जारी है। ऐसे में आप जानते ही होंगे कि अबतक कई ऐसे किसान रहे हैं जिन्होंने अपनी जान दे दी है। अब बीते शनिवार को 40 साल के एक किसान ने सिंघु बॉर्डर पर जहर खा लिया है। बताया जा रहा है इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान किसान की मौत हो गई।
इस मामले में मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, पिछले डेढ़ महीने से जारी आंदोलन के दौरान कई किसानों की मौत हो चुकी है। वहीं कुछ किसानों की ठंड की वजह से मौत हुई तो वही, कुछ किसानों ने आत्महत्या कर ली। अभी 2 सप्ताह पहले भी दिल्ली हरियाणा बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर पंजाब के किसानों की मौत हो गई थी। इस दौरान पहली मौत टिकरी बॉर्डर पर हुई, जहाँ मृतक किसान की पहचान जुगबीर सिंह के रूप में हुई।
वहीं उसके बाद दूसरे किसान की मौत कुंडली बॉर्डर पर हुई और इनकी पहचान कुलबीर सिंह के रूप में हुई। वैसे हम आपको जानकारी के लिए यह भी बता दें कि, 'बीते दिन किसानों और सरकार के बीच 8वें दौर की बातचीत हुई थी। वहीं इस दौरान भी बातचीत विफल रही थी। इस बातचीत में किसान यूनियनों के प्रतिनिधियों और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश शामिल रहे थे। कहा जा रहा है अब अगली बैठक 15 जनवरी को होने वाली है।
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