गुरुवार को भारतीय रेलवे ने बड़ा ऐलान किया है. जिसमें कुल 4,615 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को लेकर डेटा प्रस्तुत किया गया है. रेलवे की ओर से बयान में कहा गया कि श्रमिक के लिए चार हजार से अधिक खास ट्रेनों का संचालन किया गया है. जिसमें 9 जुलाई तक लगभग 63 लाख से अधिक लोगों को पहुंचाया गया है.
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इसके अलावा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने अपने बयान में सारे आंकड़ों का खुलासा किया है. जिसमेंं उन्होने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के जरिए से बताया कि भारतीय रेलवे द्वारा नौ जुलाई को अतिंम श्रमिक स्पेशल ट्रेन का संचालन किया था. उन्होने यह भी कहा कि भारतीय रेलवे किसी भी प्रदेश से मांगें प्राप्त होने के बाद और ट्रेनें चलाने के लिए तैयार है.
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बता दे कि नौ जुलाई को भारतीय रेलवे द्वारा आखिरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन संचालित थी. जिसके बाद, हमें किसी भी प्रदेश से कोई मांग नहीं मिली है. इसलिए, हम मानते हैं कि प्रदेश सरकारों की सभी मांगें पूरी हर प्रकार से पूरी की जाएगी हैं, लेकिन फिर भी रेलवे चलाने के लिए तैयार है. यादव ने वीसी के दौरान कहा कि अगर हम किसी भी प्रदेश सरकार से मांग करते हैं, तो आज तक हमने मजदूरों के लिए 4,615 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं. इन ट्रेनों के माध्यम 63 लाख से अधिक यात्रियों को स्थानांतरित किया गया है. भारतीय रेलवे ने महामारी-प्रेरित लॉकडाउन के समय 1 मई, 2020 से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाना प्रारंभ किया था.
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