इंदौर : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी में कोरोना का कहर जारी है. हालांकि अनलॉक 1 के दौरान इंदौर में नए कोरोना मरीज मिलने की दर कम हुई है, लेकिन मौतों का आंकड़ा चिंता का विषय बनता जा रहा है. जून में टेस्ट पॉजिटिव दर 2.26 फीसदी दर्ज हुई और 18 दिन में 31206 सैंपल में से 707 मरीज ही सामने आए, पर मृत्यु दर बढ़कर 7.63 फीसदी हो गई है. अगर मप्र का आंकड़ा देखें तो पूरे प्रदेश की 40 फीसदी मौतें सिर्फ इंदौर शहर में हुई है. मप्र में 18 दिन में 3337 मरीज मिले और 136 मरीजों की मौत हुई.
वहीं, इंदौर में 707 मरीज सामने आए, जो प्रदेश का 21 फीसदी है, पर मौतें 54 हुई हैं. भोपाल में 18 दिन में 915 मरीज सामने आए हैं, लेकिन मौतें 16 ही हुईं. यहां का मृत्यु दर 1.74 फीसदी रहा है. इधर, इंदौर की रिकवरी दर दिन पर दिन बेहतर होती जा रही है. जून में 707 मरीज नए मिले, लेकिन अस्पतालों से 1159 डिस्चार्ज हो गए. अस्पतालों में एक्टिव मरीज 908 ही बचे हैं. शुक्रवार को 42 नए मरीज सामने आए जबकि 4 की मौत हो गई.
जानकारी के लिए बता दें की रणजीत हनुमान रोड के आदित्य नर्सिंग होम में एक कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव होने और फिर मृत्यु से स्टाफ व भर्ती दूसरे मरीज दहशत में आ गए. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने ताबड़तोड़ सभी मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है. इसमें कुछ नवजात शिशु भी शामिल थे. अस्पताल के संचालक डॉ. जिनेंद्र जैन के अनुसार, अस्पताल को सैनिटाइज करवा रहे हैं.
गमछा-रुमाल पहने लोगों को इस अस्पताल में नहीं दिया जा रहा प्रवेश, मास्क अनिवार्य
करण सिंह ग्रोवर और हिना खान के अलावा 'कसौटी जिंदगी के 2' से रिप्लेस हुए ये लोग
मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ता जा रहा है मौत का आंकड़ा, प्रशासन की बढ़ी चिंता