नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच बुधवार को एक डॉक्टर की कोरोना से मौत हो गई. 45 वर्ष के श्रीमंता साहू दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में सीनियर डॉक्टर थे. लगभग दो सप्ताह पहले उन्हें वायरल इंफेक्शन हुआ था. सूत्रों के अनुसार, बाद में उनकी सेहत और अधिक खराब हो गई, जिसके चलते उन्हें वेंटिलेटर में शिफ्ट करना पड़ा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रीमंता साहू की बुधवार सुबह 10 बजे कोरोना से मौत हो गई. द्वारका के मनीपाल अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि हमने उन्हें बचाने के लिए बहुत प्रयास किए, किन्तु हम उन्हें बचा नहीं पाए. राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने गुरुवार को एक शोक सभा का आयोजन किया है, जहां अस्पताल के तमाम स्टॉफ श्रीमंता साहू को श्रद्धांजिल अर्पित करेगा. श्रीमंता साहू के साथ काम करने वाले एक डॉक्टर ने कहा कि ये बड़ा ही दुर्भाग्य है कि वो अब हमारे बीच नहीं हैं.
पिछले 9 महीने में देशभर में अब तक 650 डॉक्टरों की कोरोना से जान जा चुकी है. IMA के सदस्य डॉक्टर विनय अग्रवाल ने बताया कि अकेले दिल्ली में ही कोरोना से 30 डॉक्टरों की जान जा चुकी है. कुछ वक़्त पहले ही दिल्ली में एक 28 वर्षीय डॉक्टर की कोरोना से मौत हो चुकी है. डॉक्टर्स के अलावा मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाले नर्स सहित कई और लोगों की भी कोरोना से मौत हुई है.
भारत की अर्थव्यवस्था उम्मीद से अधिक मजबूत हुई है: राज्यपाल शक्तिकांत
कैंब्रिज विश्वविद्यालय ने भारत में शिक्षा सुधारों के लिए रमेश पोखरियाल को किया सम्मानित