पूर्णिया: बिहार के सीमांचल में एक बार फिर फर्जी नोटों की तस्करी करने वाला गैंग एक्टिव हो गया है। पूर्णिया पुलिस ने जाली नोटों की तस्करी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। सभी अपराधियों को जेल भेज दिया गया है। इस गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि तस्करों से जाली नोट छापने वाले प्रिंटर मशीन को भी जब्त कर लिया गया है। ये लोग इतने शातिर अपराधी हैं कि इन्होंने नकली नोट खपाने के लिए कई व्यक्तियों को अपने गिरोह में सम्मिलित कर रखा था।
बता दें कि पूर्णिया बिहार का एक सीमावर्ती जिला है जहां से थोड़ी ही दूरी पर नेपाल एवं बंग्लादेश की सीमा भारत से लगती है। पुलिस ने तस्करों के उपयोग किए गए तीन मोटरसाइकिल तथा 5 मोबाइल फोन को भी जब्त किए हैं। इसके अतिरिक्त इन तस्करों से सौ-सौ रुपये के बनाए गए बंडलों को भी बरामद किया है जो लगभग 4 लाख 91 हजार 500 रुपए हैं। ये सभी जाली नोट हैं। इसके अतिरिक्त पुलिस ने एक लैमिनेशन मशीन, A4 साइज का पेपर का पैकेट, एक हरे रंग का सेलोटेप, लाल रंग के प्लास्टिक कवर में 8 इंच का लंबा चाकू जब्त किया है।
पूर्णिया के एसपी दयाशंकर ने इस घटना की पूरी खबर देते हुए बताया कि 28 सितंबर को बनमनखी थाना क्षेत्र में शाम तकरीबन 5 बजकर 40 मिनट पर गुप्त खबर प्राप्त हुई कि जानकीनगर से चार-पांच शख्स मोटरसाइकिल पर नकली नोट लेकर पूर्णिया आ रहे हैं। इस सूचना के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बनमनखी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। छापेमारी टीम के द्वारा तस्करों की गिरफ्तारी के लिए शाम लगभग 6 बजे मोहनिया नवटोलिया से तकरीबन 200 मीटर पूर्व एनएच 107 पर सुनसान जगह देखकर गाड़ियों की चेकिंग आरम्भ की गई। इस के चलते तीन मोटरसाइकिल सवार आते हुए नजर आए। पुलिस बल के जवानों को वाहन चेकिंग करता देख तीनों अपनी मोटरसाइकिल घुमाकर भागने लगे जिसे पुलिस बल के जवानों ने खदेड़ कर दबोच लिया। गिरफ्तार बदमाशों में मधेपुरा जिले के भर्राही थाना क्षेत्र में रहने वाला नीतीश कुमार, गणेश कुमार, पूर्णिया जिले के जानकीनगर थाना क्षेत्र का रहने वाला सुभाष कुमार शर्मा तथा अमित कुमार सम्मिलित हैं। वहीं जानकीनगर थाने के विनोबा ग्राम में रहने वाले मोहम्मद ऐनुल को भी पुलिस ने पकड़ा है।
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