हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि जीवन में कई तरह के संकट है और उन संकटों का आध्यात्मिक समाधान भी है. ऐसे में प्रत्येक धर्मों में कुछ ऐसे दिव्य मंत्र और चमत्कारिक स्त्रोत के बारे में बताया गया है जिनके जप या पाठ से हम संकटों से बाहर निकल जाते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं चमत्कारिक 5 स्त्रोत पाठ के बारे में.
चमत्कारिक 5 पाठ के बारे में...
1. श्री राम रक्षा स्तोत्र : कहा जाता है इसका नित्य पाठ करने से धन, सुख, समृद्धि और निर्भिकता का संचार होता है. इसी के साथ ही नित्य पाठ करने वाली की प्रभु श्रीराम और उनके भक्त हनुमान स्वयं रक्षा करते हैं.
2. विष्णु सहस्त्र नाम स्तोत्र : आप सभी को बता दें कि विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने वाले व्यक्ति को यश, सुख, ऐश्वर्य, संपन्नता, सफलता, आरोग्य एवं सौभाग्य प्राप्त होता है तथा मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.
3. सुंदरकांड का पाठ : जी दरअसल हनुमानजी के सुंदर काण्ड का पाठ सप्ताह में एक बार जरूर करना चाहिए. इसी के साथ सुंदरकाण्ड का पाठ सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना गया है. आप सभी को बता दें कि किसी भी प्रकार की परेशानी या संकट हो, सुंदरकाण्ड के पाठ से यह संकट तुरंत ही दूर हो जाता है. हर दिन हनुमानी चालीसा का पाठ या बजरंगबाण का पाठ करने से ही यही लाभ प्राप्त होते हैं.
4. दुर्गा सप्तशती या चण्डी पाठ : जी दरअसल दुर्गा सप्तशती या चण्डी पाठ करने के लिए बहुत सावधानी और पवित्रता रखना होती है. आपको बता दें कि इसे पढ़ने से व्यक्ति को तीनों लोक में किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता और ना ही उसे किसी भी प्रकार का रोग और शोक सकता है.
5. गीता का पाठ : जी दरअसल गीता का पाठ करने से हमारी बुद्धि जागृत होकर संमार्ग में लग जाती है. इसी के साथ मन और मस्तिष्क के सारे शोक और संताप मिट जाते हैं.
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