नई दिल्ली: आतंकवाद पर अमेरिकी कांग्रेस की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे भारत को टार्गेट बनाने वाले पांच आतंकी संगठनों सहित ‘विदेशी आतंकवादी संगठनों’ के रूप में चिह्नित कम से कम 12 संगठनों के लिए पनाहगाह है. स्वतंत्र ‘कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस’ (CRS) ने रिपोर्ट (CRS Report) में कहा कि अमेरिकी अधिकारियों ने पाकिस्तान की पहचान कई हथियारबंद और राज्येतर आतंकी संगठनों की शरणस्थली के रूप में की है, जहां से वे अपनी आतंकी वारदातों को अंजाम देते हैं.
इनमें से कुछ आतंकी संगठन 1980 के दशक से अस्तित्व में हैं. पिछले सप्ताह QUAD शिखर सम्मेलन से पहले अमेरिकी कांग्रेस की द्विदलीय शोध शाखा द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान से संचालित हो रहे इन ग्रुप को मोटे तौर पर पांच श्रेणियों में बांटा जा सकता है. इनमें वैश्विक स्तर के आतंकी संगठन, अफगान केंद्रित, भारत और कश्मीर केंद्रित, घरेलू मामलों तक सीमित रहने वाले संगठन और पंथ केंद्रित (शियाओं के खिलाफ) आतंकी संगठन शामिल हैं.
बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा (LET) का गठन 1980 के दशक में पाकिस्तान में हुआ था और 2001 में इसे विदेश आतंकी संगठन (FTO) के रूप में चिह्नित किया गया. CRS ने कहा कि, ‘LET को भारत के मुंबई में 2008 के भीषण आतंकी हमले के साथ कई अन्य हाई-प्रोफाइल हमलों के लिए जिम्मेदार माना जाता है.’ रिपोर्ट के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद (JEM) का गठन साल 2000 में आतंकवादी नेता मसूद अजहर ने किया था और 2001 में इसे भी विदेशी आतंकी संगठन (FTO) के रूप में चिह्नित किया गया. LET के साथ JEM भी 2001 में भारतीय संसद पर हमले सहित कई अन्य हमलों के लिए जिम्मेदार है.
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