अहमदाबाद: देश के विभिन्न हिस्सों में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। हाल ही में, गुजरात के अहमदाबाद में पुलिस ने 50 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। गुजरात क्राइम ब्रांच के डीसीपी अजीत राजियान ने बताया कि यह कार्रवाई अवैध निवासियों की पहचान के लिए चल रहे अभियान का हिस्सा है, और इस दौरान 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा रही है। पकड़े गए बांग्लादेशी फर्जी आधार कार्ड बनाने और अन्य अवैध गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं।
इससे पहले, पुणे पुलिस ने एक सर्च ऑपरेशन में 21 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से कुछ के पास फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड भी मिले थे, जो उन्होंने गुजरात से हासिल किए थे। पुलिस ने बताया कि ये सभी लोग पश्चिम बंगाल के रास्ते या समुद्री मार्ग से अवैध रूप से भारत में घुसे थे। इन लोगों ने देश के विभिन्न हिस्सों में बसने के बाद फर्जी पहचान पत्र बनवाए थे।
त्रिपुरा में भी सुरक्षा एजेंसियों ने अगरतला रेलवे स्टेशन पर तीन रोहिंग्या और दो बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि रोहिंग्या हैदराबाद और बांग्लादेशी नागरिक मुंबई जाने की योजना बना रहे थे। इनके पास से बांग्लादेशी मुद्रा, दस्तावेज और मोबाइल फोन बरामद किए गए।
भारत-बांग्लादेश सीमा पर सक्रिय मानव तस्करी गिरोह मात्र चार हजार रुपए में अवैध रूप से लोगों को भारत में प्रवेश कराने का काम करता है। इन घुसपैठियों को फर्जी पहचान दिलाकर जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली जैसे राज्यों में बसाया जाता है। सरकार इन अवैध घुसपैठियों की धर-पकड़ के लिए निरंतर अभियान चला रही है ताकि सुरक्षा और कानूनी व्यवस्था को मजबूत किया जा सके।
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