मध्यप्रदेश : यह एमपी के एक गांव के दो प्रेमियों की ऐसी दास्तान है जो सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन है बिलकुल सच्ची . पचास साल पहले जब लिव इन की अवधारणा ही नहीं थी तब इन दो प्रेमियों ने लिव इन में रहना स्वीकार किया था. इस बीच चार बच्चे भी हो गए. लेकिन फिर लगा कि बगैर शादी किये मृत्यु हो गई तो मुक्ति नहीं मिलेगी. इसलिए अब इस बुजुर्ग जोड़े ने ब्याह रचाया जिसमें नाती -पोते भी शामिल हुए. यह अनोखा विवाह चर्चा का विषय बन गया.
बता दें कि एमपी के पाइतपुरा गांव में इन दो प्रेमियों ने 75 साल की हरिया और 80 के सुख कुशवाह ने एक दूसरे के साथ लिव इन में रहना स्वीकार किया था. चूँकि उन दिनों प्रेम विवाह आसान नहीं थे और उनके परिवार दोनों की शादी कराने के लिए तैयार नहीं थे. इसलिए दोनों ने बिना शादी के साथ रहने का फैसला कर लिया. इस बीच उनके चार बच्चे हुए दो बेटे और दो बेटियां. खुशहाल परिवार होने के बावजूद हरिया खुश नहीं थी . कुछ बेचैनी थी जिसका इलाज उन्हें शादी में ही नजर आया.
जबकि उधर उम्र के इस पड़ाव पर आ कर सुख को भी लगने लगा कि अब जीवन का अंतिम दौर करीब है.उन्हें विचार आया कि मृत्यु के बाद उन्हें और उनकी पत्नी को मोक्ष की प्राप्ति कैसे होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने विधिवत विवाह नहीं किया था. हिन्दू मान्यताओं के अनुसार ऐसे जोड़ों को मोक्ष नहीं मिलता. मोक्ष की चाह में आखिर इन बुजुर्ग जोड़े ने गत 30 जून 2017 को शादी कर ली. इस फैसले से उनके बच्चे भी बहुत खुश थे. धूमधाम से शादी का आयोजन किया जिसमे परिवार वालों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. शादी के समारोह में इन दोनों के एक पोता और नौ पोतियां भी जम कर नाचे और खूब मस्ती की. गांव की यह अनूठी शादी चर्चा का विषय बन गई.
यह भी देखें .
दोस्त से प्यार कब हो जाता है, पता ही नहीं चलता........
2 स्टेटस देख कर मनाये लव मैरिज के लिए