हैदराबाद. लालच में लोग इतने अंधे हो जाते है की उन्हें सही गलत की समझ ही नहीं रहती. लालच के साथ अगर अंधविश्वास हो तो और सोने पे सुहागा हो जाता है. फिर ऐसे लोगों को मुर्ख बनाना ठगों के लिए काफी आसान हो जाता है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें ठगों ने ताम्बे के लोटों को जादुई बता कर 53 लाख में बेच दिया.
हैदराबाद में लालच में अंधे लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया. आंध्रप्रदेश के रियल एस्टेट कारोबारी वेमा अंजनेलू और वारंगल में एनआईटी से कैमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने वाले एस. बाबू राव ने हैदराबाद में लोगों को बताना शुरू किया कि उनके पास राइस पुलर बाउल है. कहा जाता है कि तांबे और इरीडियम के बर्तन पर जब बिजली गिरती है, तो उसमें चमत्कारी शक्ति आ जाती है और वो चावल के दानों को अपनी तरफ खींचने लगता है. ऐसा बर्तन रखने वाला शख्स कुछ दिनों में ही अरबपति बन जाता है.
कैमिकल इंजीनियर एस. बाबू राव को अपना शिकार मिल गया. जी. विष्णुमूर्ति नाम के कार ड्राइवर को उसने बताया कि वो डीआरडीओ में साइंटिस्ट है और उसके संपर्क में एक ऐसा शख्स है, जिसके पास राइस पुलर बाउल है. हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर वी वी श्रीनिवास राव ने बताया कि 'बाबू राव ने विष्णुमूर्ति को वेमा अंजनेलू से मिलवाया. मोहम्मद फजलुद्दीन और बबलू नाम के दो ठग नकली ग्राहक बनकर विष्णुमूर्ति को अहसास कराने के लिए सामने आए कि वो भी राइस पुलर बाउल खरीदना चाहते हैं. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उसकी कीमत करोड़ों में बताई गई. अमीर बनने के लालच में विष्णुमूर्ति फंस गया'. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी वेमा अंजनेलू समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.
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