नई दिल्ली : बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए आतंकी हमले के बाद से चर्चा में आए मुंबई के इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक के संबंध में अब एक नया चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इसके बाद से पुलिस, उनकी हर हरकत पर नजर रख रही है। नए खुलासे में कहा जा रहा है कि एक-दो नहीं बल्कि पूरे 55 आतंकियों ने नाइक का नाम लिया है।
ये सारे आतंकी किसी न किसी तरह से नाइक के भाषणों से प्रभावित हुए है। इके आतंकी बनने में नाइक के भाषणों का अहम रोल है। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद से ही खुफिया एजेंसियां इस पड़ताल में जुटी है कि नाइक के खिलाफ कोई कानूनी मामला बनता है या नहीं। जांच के दौरान यह बात सामने आी कि बीते दस वर्षो में गिरफ्तार किए गए कम से कम 55 आतंकियों ने नाइक का नाम लिया है।
ये सभी अलग-अलग आतंकी संगठनों से जुड़े हुए है। इनमें से आईएसआईएस, लश्कर, इंडियन मुजाहिदीन और सिमी प्रमुख हैं। इस लिस्ट में आईएस के लिए युवकों की भर्ती करने के आरोप में पकड़ी गई महिला अफशा जबीन, आईएस से संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किए गए मुदब्बीर शेख, मोहम्मद ओबैदुल्लाह खान, अबू अनस और मोहम्मद नफीस खान, इंडियन मुजाहिदीन के कतील अहमद सिद्दीकी और सिमी के समर्थक माने जाने वाले बीजू सलीम, जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश को चलाने वाले असदुल्लाह अली और रफीक इस्लाम ने भी जाकिर के भाषणों से प्रभावित होने की बात कबूली है।
इसके अलावा जाकिर के खिलाफ 2012-13 में दर्ज किए गए केसों की फाइलों को भी फिर से पलटा जा रहा है। जांच के दौरान नाइक के साथ कई अन्य धर्मगुरुओं के भी नाम सामने आ रहे है। यूपी के मुफ्ती अब्दुल कसामी को एनआईए ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। एक दर्जन से अधिक धर्मप्रचारकों को एनआईए व आईबी ने युवाओं को बरगलाने के आरोप में सूचीबद्ध किया है। एआईए की चार्जशीट में 14 धर्मप्रचारकों के नाम है, जो ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक में रहते है, लेकिन इस में नाइक का नाम नहीं है।