लखनऊ : लखीमपुरखीरी के निघासन में एक क्रूर युवक द्वारा नाबालिग लड़की पर चार्जर चोरी का आरोप लगाकर उसका तलवार से पंजा काटने की वीभत्स घटना में राहत देने वाली खबर यह आई है कि केजीएमयू के डॉक्टरों ने गुरुवार को 6 डॉक्टरों की टीम ने 11 घंटे तक जटिल सर्जरी कर कटे हाथ को फिर जोड़ दिया गया है. सम्भावना है कि कटा हुआ हाथ फिर से काम करना शुरू कर देगा.
गौरतलब है कि इस ऑपरेशन के बारे में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉ. एके सिंह ने बताया कि केजीएमयू को जैसे ही सूचना मिली तो डॉ. बृजेश के नेतृत्व में डॉक्टर्स की टीम गठित कर दी गई. मरीज को देर रात करीब 9:15 बजे ट्रॉमा सेंटर के कैजुअल्टी वार्ड में दाखिल किया गया. रात 10:30 बजे के करीब उसे प्लास्टिक सर्जरी वार्ड में शिफ्ट कर उसकी सर्जरी शुरू की गईं. 6 डॉक्टरों की टीम ने 11 घंटे तक जटिल सर्जरी की. टीम लीडर डॉ. बृजेश ने बताया कि बाएं हाथ की कलाई पूरी तरह से हाथ से अलग हो गईं थी. जिसे परिजन एक पॉलीथिन में रख कर लाए थे. वहीं दाएं हाथ में भी कई जगह गंभीर घाव होने के साथ ही सिर पर भी तलवार के वार से घाव हुए थे.
डॉक्टर ने बताया कि पूरी तरह से अलग हुई कलाई को एक विशेष तार की मदद से हड्डी को आपस में बांध दिया. इसके बाद सफैलिक वेन, रेडियल और मीडियन आर्टरी को जोड़ा गया, जिससे हाथ काम करने की संभावना बढ़ गई है. स्मरण रहे कि प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड डॉ. एके सिंह और डॉ. बृजेश की टीम में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉ. गुरु प्रसाद रेड्डी, डॉ. नवनीत शर्मा और एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. सृष्टि, डॉ. अरुण, डॉ. भारतेश और डॉ. सुमित शामिल थे.
युवक ने नाबालिक का काटा पंजा, एक तरफ़ा प्रेम का मामला
सरकार ने सेना के डॉक्टरों का वेतनमान बढ़ाया