नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहु हसन के बीच बातचीत के बाद भारत और तंजानिया ने सोमवार (9 अक्टूबर) को अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने की घोषणा की और रक्षा सहयोग को महत्वपूर्ण रूप से विस्तारित करने के लिए पांच साल के रोडमैप पर सहमति व्यक्त की।
दोनों देशों ने डिजिटल डोमेन, संस्कृति, खेल, समुद्री उद्योग और व्हाइट शिपिंग सूचना साझाकरण में सहयोग प्रदान करने वाले 6 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। वार्ता के बाद अपने मीडिया बयान में पीएम मोदी ने कहा कि दोनों पक्ष स्थानीय मुद्राओं में व्यापार बढ़ाने के समझौते पर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने भारत और तंजानिया को व्यापार और निवेश के लिए महत्वपूर्ण भागीदार बताया। पीएम मोदी ने कहा कि, रक्षा के क्षेत्र में हम पांच साल के रोडमैप पर सहमत हुए हैं, इससे सैन्य प्रशिक्षण, समुद्री क्षेत्र और रक्षा उद्योग जैसे क्षेत्रों में सहयोग में नए आयाम जुड़ेंगे।
प्रधान मंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत और तंजानिया इस बात पर "सर्वसम्मत" थे कि आतंकवाद "मानवता के लिए सबसे गंभीर सुरक्षा खतरा" है। उन्होंने कहा, "हमने आतंकवाद से मुकाबले के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है।" पीएम मोदी ने तंजानिया को इंडो-पैसिफिक में अहम साझेदार भी बताया। इससे पहले दिन में, हसन का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में औपचारिक स्वागत किया गया। तंजानिया के राष्ट्रपति चार दिवसीय दौरे पर रविवार को दिल्ली पहुंचे।
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