अगरतला। लगता है कि देशभर में भारतीय जनता पार्टी विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को तोड़ने में लगी है पहले बिहार में जेडीयू के साथ गठबंधन, फिर उत्तरप्रदेश में एमएलसी नेताओं के इस्तीफे की घटनाऐं और गुजरात में भाजपा के लिए राज्यसभा चुनाव में मजबूत कैंपेनिंग के प्रयास किए जाने के बाद अब जानकारी मिली है कि त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के 6 विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
इन विधायकों में सुदीप रॉय बर्मन,आशीष केआर साहा,दिबाचंद्र हरंगवाल,बिस्बवंधू सेन,प्रांजित सिंह रॉय और दिलीप सरकार शामिल हैं। शनिवार को इन विधायकों ने नई दिल्ली में बीजेपी के नेशनल प्रेसिडेंट अमित शाह से भी मुलाकात की। जानकारी सामने आई है कि पार्टी व्हिप को नज़रअंदाज़ कर इन विधायकों ने रामनाथ कोविंद को वोट दिया था। रामनाथ कोविंद एनडीए के प्रत्याशी थे।
जानकारी तो यहाॅं तक आ रही है कि कांग्रेस के बागी विधायक रतनलाल नाथ ने भी नामनाथ कोविंद को समर्थन दिया था। माना जा रहा है कि रतनलाल नाथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। अब रामनाथ कोविंद भारत के राष्ट्रपति हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने अपने विधायकों को निर्देश दिए थे कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए का नहीं बल्कि यूपीए का साथ देना है।
दूसरी ओर जानकारी सामने आई है कि इन विधायकों के लगभग 1 हजार समर्थक तक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। जिस वक्त इन विधायकों को भाजपा की सदस्यता दिलवाई जा रही थी और ये भाजपा के सदस्य के तौर पर शपथ ले रहे थे, तो इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे। भाजपा में 6 टीएमसी विधायकों के शामिल होने पर अब टीएमसी विधायक 0 हो गए हैं।
भाजपा नेता की कार से हुई टक्कर तो आधे घंटे तक रोकी गई एंबुलेंस
'राष्ट्रीय बहुजन गठबंधन' बनाएंगे नसीमुद्दीन सिद्दीकी
राज्य सभा चुनाव में अहमद पटेल ने जीत का दावा किया