इस्लामाबाद: पाकिस्तान में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है. नए वित्तीय वर्ष के पहले महीने में ही महंगाई दर दहाई अंकों में पहुंच गई है जो बीते पांच वर्ष और नौ महीने की अवधि में सबसे ज्यादा है. पाकिस्तान के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) द्वारा जारी किए गए महंगाई के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष जुलाई महीने में महंगाई दर 10.34 प्रतिशत रही जबकि इससे पिछले महीने में यह दर 8.9 प्रतिशत रही थी. गत वर्ष इसी अवधि में महंगाई दर 5.84 प्रतिशत थी.
इससे पहले, नवंबर 2013 में महंगाई दर दहाई अंकों में पहुंच गई थी. उस समय महंगाई दर 10.9 प्रतिशत थी. वित्तीय संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 6 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज लिया है, जिसके तहत सरकार को वित्त प्रबंधन से संबंधित सभी सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं. आईएमएफ पैकेज की सख्त शर्तों के सामने आने के बाद से ही पाकिस्तान में महंगाई बढ़ने के अनुमान लगाए जा रहे थे.
पेट्रोलियम उत्पादों और बिजली-गैस के दामों में वृद्धि के बीच पाकिस्तान में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. इमरान खान की सरकार ने टैक्स से संबंधित कुछ कदम भी उठाए हैं जिसके कारण भी महंगाई बढ़ी है. पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तानी रुपए के अवमूल्यन के कारण मैन्युफैक्चरिंग में उपयोग किए जाने वाला आयातित कच्चा माल भी महंगा हुआ है.
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