बड़गाम : जम्मू-कश्मीर के बड़गाम जिले के चदूरा इलाके में सोमवार को सुरक्षा बलों की हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया. वहीं, एक जवान गोली लगने से घायल हो गया. जब सुरक्षा बल के जवान जब मुठभेड़ कर रहे थे, तभी बड़ी संख्या में वहां पहुंचे. स्थानीय लोगों ने विरोध करने के साथ ही जवानों पर जमकर पथराव किया. इस पथराव में 60 जवान घायल हो गए. पथराव के बाद सुरक्षा बल की जवाबी फायरिंग में तीन लड़कों की भी मौत हो गई.
उल्लेखनीय है कि सुरक्षा बल को चदूरा के पास आतंकी के होने की सूचना मिलने पर वहां सर्च ऑपरेशन कर रही थी. उन्होंने इलाके को घेरा हुआ था. अचानक से आतंकी की ओर से गोलीबारी होने लगी तो जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की. तभी फायरिंग के दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी वहां आ गए. उन्होंने सुरक्षा बल पर पत्थर चलाना शुरू कर दिए. बड़गाम मुठभेड़ पर सीआरपीएफ के डीआईजी संजय कुमार ने बताया कि इस ऑपरेशन में हमें दो मोर्चों पर जूझना पड़ रहा था. एक ओर आतंकी, तो दूसरी ओर स्थानीय लोग थे. ऑपरेशन के दौरान कुछ लोगों ने हमारे लिए मुश्किलें पैदा कर दीं. हमारे खिलाफ नारेबाजी की गई, बुरे शब्द कहे गए, हम पर पत्थर फेंके गए. इसमें हमारे जवान घायल हो गए. इस घटना में सीअारपीएफ के 40 जवान घायल हुए हैं. पुलिस के भी 20 जवान घायल हुए हैं.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल पर पथराव कर रही भीड़ में कई युवा भी शामिल थे. हालात को संभालने के लिए बल को फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें जाहिद रशीद, कैसर और इश्फाक अहमद वानी की मौत हो गई. इस दौरान बड़गाम इलाके में बाजार बंद रहा. बता दें कि सेना प्रमुख बिपिन रावत ने फरवरी में कहा था कि मुठभेड़ के दौरान सेना के ऑपरेशन में अड़ंगा डालने वाले हमदर्द लोगों के साथ भी आतंकियों की तरह व्यवहार किया जाएगा. मुठभेड़ के दौरान बाधा पहुंचाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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