केंद्र सरकार आने वाले साल में कारों के लिए नए सेफ्टी नॉर्म्स लागू करने जा रही है. बतौर रिपोर्ट्स इसके लिए सड़क परिवहन मंत्रालय जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर सकता है. जानकारों का मामना है कि एेसे में छोटी कारें और कई वैरिएंट के बेस माॅडल के दामों में 60 हजार रुपए तक का इजाफा हो सकता है. कारों को अधिक सुरक्षित करने के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय नए नियमों को मेंडटरी करने पर विचार कर रही है. ख़बरों के मुताबिक, इसके तहत 1 जुलाई 2019 के बाद मैन्युफैक्चर हुईं सभी कारों में एयरबैग्स, सीट बेल्ट रिमाइंडर, 80 किमी प्रति घंटा से ज्यादा स्पीड होने पर अलर्ट सिस्टम, रिवर्स पार्किंग सेंसर और इमरजेंसी के लिए सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम की जगह मैनुअल ओवर राइड कम्पलसरी कर दिए जायंगे.
वहीं इस मामले पर ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमरीका, ब्रिटेन और ज्यादातर यूरोपीय देशों में कई सालों से इन सेफ्टी फीचर्स को लागू किया जा चुका है. एेसे में अतिरिक्त फीचर्स को शामिल करने से कारों की कीमत में 20 से 60 हजार रुपए तक का इजाफा हो सकता है.कहा जा रहा है इस नियम से बीएस-6 एमिशन नॉर्म्स का भी असर पड़ेगा.
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को मौजूदा बीएस-4 से सीधे बीएस-6 पर जाना है। सर्च एजेंसी इकरा के मुताबिक, 'ऐसा होने से पेट्रोल कारों की कीमतें 30 हजार रुपए तक और डीजल कारों की कीमतें 80 हजार रुपए से 1 लाख रुपए तक का इजाफा हो सकता है'.
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