कोच्ची: कोरोना महामारी से जूझ रही दुनिया पर अब बर्ड फ्लू का खतरा भी मंडराने लगा है. इसी बीच केरल के कोट्टायम जिले की तीन अलग-अलग पंचायतों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं. जिसके बाद सरकार के आदेश पर जिले में 6,000 से ज्यादा पक्षियों को मार डाला गया है, इनमें अधिकतर बत्तखें शामिल थीं. जिला प्रशासन की एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि जिले के वेचुर, नीनदूर और अरपुकारा पंचायतों में शनिवार को कुल 6,017 पक्षी मारे गए, जिनमें अधिकतर बत्तखें थीं.
बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा, एक अत्यधिक संक्रामक जूनोटिक रोग है. रिपोर्ट के मुताबिक, लक्षद्वीप प्रशासन ने केरल में बर्ड फ्लू के कथित प्रकोप की वजह से अब मुख्य भूमि से जमे हुए चिकन के परिवहन पर बैन लगा दिया है. जिला पशु चिकित्सकों ने बताया एक सप्ताह पहले कोट्टायम जिले के दो गांवों में पिछले हफ्ते ब्रायलर मुर्गियों के कहर के बाद, अधिकारियों ने सैकड़ों बत्तखों और अन्य घरेलू पक्षियों को मार डाला है. वहीं बड़ी तादाद में तालाबों से बत्तख को पकड़कर निर्धारित क्षेत्र में ले जाने के लिए कहा गया है.
एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले अलप्पुझा जिले की हरिपद नगरपालिका में कई पक्षियों की मौत के बाद सरकार ने मुर्गियों और बत्तखों को मारने का फरमान दिया था. रिपोर्ट के मुताबिक, तभी यहां लगभग 20,471 पक्षियों को मारा गया था.वहीं, केंद्र सरकार की तरफ से भी एक टीम भेजकर हालातों का जायजा लिया गया.
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