वाशिंगटन: कोरोना वायरस का जन्म चीन के बुहान शहर में हुआ था और उसके बाद धीरे-धीरे पूरी दुनिया में इसने तबाही मचाना शुरू कर दिया जो अब तक 4,701,896 लोगों को अपना शिकार बना चुका है। कोरोना वायरस को लेकर माना जा रहा है कि इसके प्रारंभिक मामलों को चीन ने छिपाया था जिसे लेकर विश्व के कई देशों ने चीन की जवाबदेही की मांग की है।
अब भारत सहित विश्व के 62 देशों ने कोरोना वायरस को लेकर तमाम बातों के साथ एक स्वतंत्र जांच की मांग की है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर भी चीन को संरक्षण देने के संदेह में सवाल खड़े हो रहे हैं। कोरोना को लेकर सोमवार को वर्ल्ड हेल्थ असेंबली (WHA) में यूरोपियन यूनियन की तरफ से स्वतंत्र जांच की मांग रखी गई। इसमें मांग है कि कोरोना महामारी को लेकर WHO के नेतृत्व में इंटरनेशनल हेल्थ रिस्पांस की निष्पक्ष और विस्तृत जांच कराइ जाए।
सूत्रों की मानें तो इस प्रस्ताव की भाषा ऐसी रखी गई है कि चीन और अमेरिका दोनों ही इसपर विरोध नहीं जता सके हैं, वही दोनों देश 62 देशों की फेहरिस्त में नहीं है जिन्होंने प्रस्ताव को समर्थन दिया है। प्रस्ताव में WHO के महासचिव ने इंटरनेशनल एजेंसीज के साथ मिलकर वायरस के स्रोत का पता लगाने की बात कही गई है और मनुष्यों में कैसे फैला इसका पता लगाने की मांग रखी गई है।
अपनी आलोचना सुन भड़के डोनाल्ड ट्रम्प, बराक ओबामा को कहा- 'अयोग्य राष्टपति'
कोरोना संक्रमण में दंत चिकित्सा होगी मुश्किल, फैल सकता है वायरस