श्रीनगर: 50 वर्षों तक कांग्रेस में रहकर पार्टी से इस्तीफा देने वाले दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद लगातार पार्टी को झटके दे रहे हैं। उनके समर्थन में कई नेता लगातार कांग्रेस छोड़ रहे हैं और इसी क्रम में आज मंगलवार को एक बार फिर से 65 नेताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इन नेताओं में पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद भी शामिल हैं। इन सभी नेताओं ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को संयुक्त इस्तीफा लिखा है।
ताराचंद के अलावा कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं में पूर्व मंत्री अब्दुल माजिद वानी, मनोहर लाल शर्मा, गारू राम और बलवान सिंह शामिल हैं। इन सभी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता तक से इस्तीफा देते हुए कहा कि हम गुलाम नबी आजाद साहब के साथ हैं। मीडिया से बात करते हुए बलवान सिंह ने कहा है कि, 'हमने इस्तीफे का संयुक्त पत्र सोनिया गांधी को भेज दिया है। आजाद साहब के समर्थन में यह निर्णय लिया है।' उन्होंने कहा है कि हमने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में बताया है कि कैसे पार्टी को नेतृत्व का संकट झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व जिस तरह से काम कर रहा है, उससे पार्टी नष्ट हो गई है।
बलवान सिंह ने कहा कि हम कई दशकों तक कांग्रेस के लिए काम करते रहे, मगर हमारे साथ जैसा सलूक किया गया, वह अपमानजनक था। हमने अपने नेता गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद यह कदम उठाया है। जम्मू-कश्मीर के बेहतर भविष्य के लिए हम उनका साथ देंगे। वहीं ताराचंद ने कहा कि कभी कांग्रेस जम्मू-कश्मीर और देश में मजबूत विपक्ष थी, मगर अब वह हर बीतते दिन के साथ गिरती जा रही है। हमारी लीडरशिप सही तरह से काम नहीं कर रही है और टीम का नेतृत्व करने में नाकाम है।
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