लखनऊ। पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता की हत्या के साजिशकर्ता व शूटर सहित 7 को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने एटीएस की सहायता ली। उत्तरप्रदेश एटीएस ने सूचना मिलने पर, आरोपियों को पकड़ लिया। अब आरोपियों को एसीजेएम न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार, आईजी एटीएस असीम अरूण ने कहा कि, 21 नवंबर की रात्रि में टीएमसी लीडर, मनोज उपाध्याय को गोली मार दी गई।
वाराणसी पुलिस की चंदौली शाखा ने, कार्रवाई करते हुए, विभिन्न क्षेत्रों में नाकेबंदी की और तलाशी अभियान प्रारंभ किया। पुलिस दलों व एटीएस ने विभिन्न वाहनों की जांच भी की। एटीएस ने सूचना के आधार पर, कार्य किया।
जिसके कारण, आरोपियों की निशानदेही प्राप्त हुई। निशानदेही पर कार्रवाई करने के बाद, आरोपी पकड़ में आए। गौरतलब है कि, उत्तरप्रदेश में एटीएस कई मामलों में सक्रिय रही है। बड़े पैमाने पर आतंकवादी गतिविधियों की, रोकथाम और आतंकियों को पकड़ने में, उत्तरप्रदेश पुलिस ने सराहनीय प्रयास किए हैं।
उल्लेखनीय है कि टीएमसी के नेताओं की हत्या का आरोप राजनीतिक तौर पर लगता रहा है। दूसरी ओर टीएमसी से जुड़ा एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आता रहा है। दरअसल टीएमसी के पूर्व नेता मुकुल राॅय पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके थे। अब भाजपा और टीएमसी में उन्हें लेकर खींचतान हो रही है।
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