भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न हुए रुद्राक्ष को सबसे शुभ माना जाता है। कहते हैं इनको धारण करते ही व्यक्ति सकारात्मकता से भर जाता है और इसी के साथ जो इसे धारण करता है उसे कई तरह की समस्याओं, भय आदि से निजात मिलती है। इसे धारण करने वाले पर शिव जी की कृपा रहती है और उसे सभी कामों में सफलता मिलती है। आप सभी को बता दें कि शिव महापुराण में एक मुखी रुद्राक्ष से लेकर 38 मुखी रुद्राक्ष तक का उल्लेख है, इसी के साथ ही इन सभी के प्रभावों के बारे में भी बताया गया है। आज हम इनमें से कुछ रुद्राक्ष के बारे में बताने जा रहे हैं जो बहुत प्रभावशाली होते हैं।
एक मुखी रुद्राक्ष: एक मुखी रुद्राक्ष को बेहद प्रभावशाली माना गया है। यह छात्रों के लिए भी बेहद असरकारी साबित होता है। यह रुद्राक्ष आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ाता है। वहीं जिन लोगों का सूर्य कमजोर हो, उन्हें यह रुद्राक्ष पहनना चाहिए। इसी के साथ ही आंख से जुड़ी बीमारियों, सिर दर्द, पेट, हड्डी और ब्लड प्रेशर संबंधी बीमारियों में इसे पहनना राहत दिलाता है।
दो मुखी रुद्राक्ष: दो मुखी रुद्राक्ष को शिव शक्ति स्वरूप माना जाता है। चंद्रमा कमजोर होने पर इसे धारण करना चाहिए। इससे मानसिक तौर पर व्यक्ति मजबूत होता है और सही फैसले ले पाता है।
चार मुखी रुद्राक्ष: चार मुखी रुद्राक्ष को ब्रह्मा का स्वरूप माना जाता है। इसे पहनने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष सभी की प्राप्ति होती है। जी दरअसल यह रुद्राक्ष व्यक्ति का ज्ञान, बुद्धि, धन और वैभव सभी में बढ़त करता है।
सात मुखी रुद्राक्ष: सात मुखी रुद्राक्ष के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। यह रुद्राक्ष पहनने वाले पर मां लक्ष्मी की अपार कृपा बरसती है। इसे पहनने वाले को सौंदर्य, सुख और प्रसिद्धि की प्राप्ति होती है। इसके अलावा व्यापारियों, नौकरीपेशा, वक्ता और लेखकों को ये रुद्राक्ष सबसे ज्यादा लाभ पहुंचाता है।
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