नई दिल्ली: महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने आज गुरुवार (24 अगस्त) को सोशल मीडिया पर फिर से सामने आए एक पुराने वीडियो में भारत के अंतरिक्ष मिशन पर सवाल उठाने के लिए ब्रिटिश मीडिया कंपनी BCC के एंकर की क्लास लगा दी। BBC के वीडियो में एंकर को एक पैनलिस्ट से पूछते हुए देखा जा सकता है कि क्या 'जब देश में 700 मिलियन लोग गरीबी में रह रहे थे, तो भारत को अंतरिक्ष कार्यक्रम पर पैसा खर्च करने की ज़रूरत थी।' इस वीडियो में BBC एंकर पूछता है कि, 'आप जानते हैं कि मुझे आपसे पूछना पड़ेगा, क्योंकि कुछ लोग इस बारे में सोच रहे हैं। भारत, एक ऐसा देश जहां बहुत सारे बुनियादी ढांचे का अभाव है, एक ऐसा देश जहां बहुत अधिक गरीबी है, मुझे लगता है कि 700 मिलियन से अधिक भारतीयों के पास शौचालय तक नहीं है। वास्तव में, क्या भारत को वास्तव में अंतरिक्ष कार्यक्रम पर इस तरह का पैसा खर्च करना चाहिए।'
Really?? The truth is that, in large part, our poverty was a result of decades of colonial rule which systematically plundered the wealth of an entire subcontinent. Yet the most valuable possession we were robbed of was not the Kohinoor Diamond but our pride & belief in our own… https://t.co/KQP40cklQZ
— anand mahindra (@anandmahindra) August 24, 2023
BBC द्वारा भारत को इस तरह नीचा दिखाए जाने पर एक देशभक्त भड़क उठा और ब्रिटिश कंपनी को जमकर लताड़ लगा दी। आनंद महिंद्रा ने BBC को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, 'वास्तव में?? सच्चाई यह है कि, बड़े पैमाने पर, हमारी गरीबी दशकों के औपनिवेशिक शासन का परिणाम थी, जिसने पूरे उपमहाद्वीप की संपत्ति को व्यवस्थित रूप से लूटा। फिर भी हमसे जो सबसे मूल्यवान संपत्ति लूटी गई, वह कोहिनूर हीरा नहीं, बल्कि हमारा गौरव और अपनी क्षमताओं पर विश्वास था।' आनंद महिंदा ने कहा कि, 'क्योंकि उपनिवेशीकरण का लक्ष्य - इसका सबसे घातक प्रभाव - अपने पीड़ितों को उनकी हीनता के बारे में समझाना ही है। यही कारण है कि शौचालय और अंतरिक्ष अन्वेषण दोनों में निवेश करना कोई विरोधाभास नहीं है। महोदय, चंद्रमा पर जाने से हमारे लिए जो होता है, वह यह है कि यह हमारे गौरव और आत्मविश्वास को बहाल करने में मदद करता है। यह विज्ञान के माध्यम से प्रगति में विश्वास पैदा करता है। यह हमें गरीबी से बाहर निकलने की प्रेरणा देता है। सबसे बड़ी गरीबी आकांक्षा की गरीबी है।'
बता दें कि, भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक बड़ा मील का पत्थर स्थापित करते हुए, ISRO का चंद्रमा मिशन चंद्रयान 3 41 दिनों की लंबी यात्रा के बाद बुधवार शाम 6:04 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा। इसके साथ, भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बन गया है और रूस, चीन और अमेरिका के बाद चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला चौथा देश बन गया है। हालाँकि, ये बात भारत और भारतीयों से नफरत करने वाले कुछ लोगों को पच नहीं रही है, ये लोग भारत से बाहर भी हैं और अंदर भी, BBC भी उनमे से ही एक है, जिसे एक देशभक्त ने आज मुंहतोड़ जवाब दिया है।
मुश्किल था, फिर भी दक्षिण ध्रुव ही क्यों चुना ? चंद्रयान-3 की सफलता के बाद ISRO चीफ ने दिया जवाब
हिंदू होने के कारण स्कूल में नहीं हुआ बेटी को एडमिशन, महिला ने लगाया स्कूल पर आरोप