कोरोना बीमारी से निपटने के लिए सरकार को वालंटियर डॉक्टरों की तलाश है. ताकि देश को कोरोनावायरस के कहर से बचाया जा सके. देश में इस बीमारी से ग्रसित लोगों की संख्या 600 से अधिक हो चुकी है जबकि दुनिया भर में 16 हजार से अधिक लोग इसकी चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं. बुधवार को नीति आयोग की वेबसाइट पर सरकार ने सेवानिवृत्त सरकारी डाक्टरों,सशस्त्र सेनाओं के डाक्टरों व प्राइवेट डाक्टरों से आग्रह किया है कि वे कोविड-19 वायरस से जारी जंग में मुहिम में हाथ बंटायें.
आज कोरोना पर आयोजित G-20 समिट में हिस्सा लेंगे मोदी, हो सकता है बड़े रहत पैकेज का ऐलान
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जो लोग सरकार के नेक काम में साथ आना चाहते हैं कि वे इस साइट के साथ दिये गये लिंक पर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. सरकार ने कहा कि जो डाक्टर शारीरिक रूप से फिट हैं वे भविष्य में अस्पतालों में अपनी सेवाएं देने को तैयार रहें.
भारत में 'कोरोना' को मात देने की क्षमता, लेकिन सिर्फ लॉकडाउन काफी नहीं -WHO
इस मामले को लेकर अपने बयान में उन्हे कहा कि अगर इस बीमारी का बड़े पैमाने पर विस्तार होता है तो सरकार के चिकित्सा तंत्र पर भारी दबाव पड़ेगा. ऐसे हालात में मौजूदा उपलब्ध संसाधनों से सबका इलाज करना कठिन होगा. देश के हर हिस्से में चिकित्सा सेवाओं को मुहैया कराना होगा. केंद्र व राज्यों की सरकारें सबके सहयोग से अभूतपूर्व चिकित्सा प्रबंध करने में जुटी है. इसी तैयारी केक्रम में सरकार वालंटियर डाक्टरों की तलाश कर रही है.
कोरोना के कहर के बीच किसानों की मुश्किलें बढ़ीं, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
कोरोना: इटली में पढ़ रहा इंदौर का छात्र नहीं लौट सका स्वदेश, दिया मार्मिक सन्देश