इंदौर : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, बुधवार को एक बार फिर कोरोना संक्रमण की दर बढ़कर 8 फीसद तक पहुंच गई है. 891 सैंपल की जांच की गई, जिसमें से 78 नए पॉजिटिव मिले. इनको मिलाकर 3260 कोरोना पॉजिटिव मरीज हो चुके हैं. इनमें से 1583 मरीजों का इलाज शहर के रेड श्रेणी के अस्पतालों में चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने 3 मरीजों की मौत की पुष्टि की है. इनको मिलाकर मरने वालों की संख्या 122 हो गई है.
हालांकि, शहर में मरीजों के ठीक होने का सिलसिला भी जारी है. अरबिंदो अस्पताल से बुधवार को 51 मरीज डिस्चार्ज किए गए. इनमें एक साल का बच्चा भी मां के साथ डिस्चार्ज हुआ. इसके अलावा इंडेक्स मेडिकल कॉलेज से 10 मरीज भी डिस्चार्ज किए गए. इस बारें में मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वर्मा ने बताया कि स्क्रीनिंग के दौरान दो दिन में 20 कर्मियों को बुखार या अन्य तरह की तकलीफें होने की बात सामने आई हैं. उनका इलाज किया जा रहा है. 15 कर्मियों में मंगलवार और पांच कर्मियों में बुधवार को स्क्रीनिंग के दौरान ये तकलीफें सामने आईं है.
बता दें की नगर निगम अब तक 2374 कर्मचारियों की स्क्रीनिंग करवा चुका है. इनमें से 20 को बुखार या अन्य तकलीफें होने की बात सामने आई है. मंगलवार से यह काम शुरू किया गया था. इनमें सफाईकर्मी और अन्य कर्मचारी शामिल हैं. स्क्रीनिंग के दौरान उन्हें यह जानकारी भी दी गई कि वे कैसे सावधानियां बरतते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव कर सकते हैं. निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी केएस वर्मा ने बताया कि निगम कर्मचारी कंटेनमेंट क्षेत्र, क्वारंटाइन क्षेत्र और अन्य इलाकों में जाकर लगातार काम कर रहे हैं. यही कारण है कि निगम के फील्ड में काम करने वाले 12 हजार से ज्यादा कर्मियों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है. इनमें सफाईकर्मियों के अलावा ड्रेनेज, उद्यान, जनकार्य, जल यंत्रालय और जल वितरण में काम कर रहे लोग शामिल हैं. स्वास्थ्य परीक्षण के लिए कैलेंडर तैयार किया गया है जिसके हिसाब से जांच होगी.
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