कर्नाटक में एक 78 साल के ईसाई व्यवसायी ने गणेश मंदिर बनवाया है। वह कई वर्षों से काम के संबंध में मुबंई में रहते थे। दरअसल ईसाई व्यवसायी ने अपनी कामयाबी का श्रेय सिद्धिविनायक को दिया, जिसके पश्चात् उन्होंने उडुपी से 14 किलोमीटर दूर अपने गृहनगर शिरवा में देवता के लिए एक मंदिर बनाया है। ईसाई व्यवसायी का नाम गेब्रियल एफ नाजेरेथ है। गेब्रियल एफ नाजेरेथ ने बताया कि उन्होंने अपने माता-पिता की याद में अपनी भूमि पर मंदिर का निर्माण किया।
वही कोरोना संक्रमण की वजह से इसके उद्घाटन में देरी हुई है। बुधवार से शुक्रवार तक कई अनुष्ठान भी किए गए। उनकी मित्र एवं पत्रकार पुंडलिका मराठे ने बताया, “गेब्रियल अपनी इच्छा पूरी होने से खुश हैं” उन्होंने बताया, “गेब्रियल 10 वीं कक्षा पूरी करने के पश्चात् नौकरी की खोज में मुंबई गए थे। कुछ सालों तक अजीबोगरीब काम करने के पश्चात्, उन्होंने एक ब्लॉक एवं मोल्ड कारखाना स्थापित किया। वह तकरीबन 55 सालों तक मुंबई में रहे एवं गणेश भक्त बन गए। वह ईसाई बने हुए हैं, मगर भगवान सिद्धिविनायक को भी मानते हैं जो मुंबई में सबसे ज्यादा पूजनीय हैं।
लगभग 10 वर्ष पहले अपने गृहनगर लौटने पर उन्होंने मंदिर बनाने का निर्णय लिया। गेब्रियल ने 2 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से, उनके घर के बगल में, तकरीबन 20 सेंट पर मंदिर का निर्माण किया। 36 इंच की गणेश मूर्ति स्थापित की गई है। साथ-साथ मंदिर के पुजारी के लिए एक घर भी बनाया गया है। वहीं क्रिकेट खेलने वाले एक शख्स से कथित तौर पर धर्म के आधार पर पक्षपात किया गया है। उसे इसलिए क्रिकेट खेलने से इसलिए रोक दिया गया, क्योंकि वो ईसाई है।
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