नई दिल्ली. ट्रिपल तलाक का मुद्दा अभी भी बरक़रार है, बता दे की मुस्लिम महिलाओं के लिए शुरू की गई ऑल इंडिया हेल्पलाइन पर कॉल करने वालों में पुरुषों की संख्या महिलाओ की तुलना में बहुत अधिक है. काउंसलर्स द्वारा दी जानकारी के अनुसार, लगभग 70 फीसदी पुरुषों ने इस नंबर पर फोन करके महिलाओं के लिए ट्रिपल तलाक और संपत्ति के अधिकार पर स्पष्ट जानकारी मांगी.
इस टोल फ्री हेल्पलाइन को बीते वर्ष ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने स्थापित किया गया था. इसका लक्ष्य मुस्लिम महिलाओं को शरिया कानून के बारे में स्पष्ट जानकरी देने और मार्गदर्शन देने के साथ ही शरीयत कानून के विभिन्न पहलुओं को समझाना है. विशेष तौर पर ट्रिपल तलाक के बारे में जहां पुरुष बस तीन बार तलाक बोल कर पत्नी को छोड़ सकते हैं. बता दे की इसमें उर्दू, अंग्रेजी और आठ क्षेत्रीय भाषाओं में अनुभवी क्षेत्रीय वकील मुस्लिम महिलाओं को सलाह दे कर उनका मार्गदर्शन करते हैं.
ऑल बंगाल मुस्लिम वुमन एसोसिएशन की ज्वाइंट सेक्रेट्री उज्मा आलम ने बताया कि मुझे मिलने वाली हर 10 कॉल में से सात या आठ कॉल मुस्लिम पुरुषों की होती है, इसमें महिलाओ के सिर्फ दो या तीन फोन आते है. अधिकतर पूछे जाने वाले सवालो में तलाक की उचित प्रक्रिया से लेकर, महिलाओं और अन्य के संपत्ति के अधिकार के बारे में पूछा जाता है, उज्मा ने बताया कि यह हेल्पलाइन महिलाओं के लिए बनाई गई है, आम तौर पर हम हमारे ईमेल आईडी उन्हें दे देते हैं और उस पर अपने सवालों को भेजने के लिए कहते हैं.
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