गाजियाबाद। अब तक तो आपने भारत में मतदान करने के नियमों को लेकर यह जाना होगा कि मतदान करने के लिए युवा की आयु कम से कम 18 वर्ष होना चाहिए लेकिन अब यह जानकारी सामने आई है कि यह उम्र महज 8 माह कर दी गई है। यह जानकर आपको आश्चर्य हो रहा होगा। यदि आप किसी राजनीतिक दल से संबंधित हैं तो फिर तो आप बच्चों की पूरी फौज ही तैयार करने में लगे होंगे, जिसके माध्यम से आप अपनी पार्टी के फेवर में मतदान करवा सकें।
मगर ठहरिये। ऐसा हो रहा है, एक गलती के चलते। जी हां, दिल्ली के समीप गाजियाबाद में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जिसमें एक 8 माह के बच्चे को वोटर बना दिया गया हैं जब इस बात की जानकारी संबंधित विभाग को मिली तो विभाग में हड़कंप मच गया। दरअसल राजनगर निवासी वरूण कुमार की बेटी वाणी 8 माह की है। उसका मतदाता पहचान पत्र बना दिया गया है।
हालांकि उसका नाम मतदाता सूची में नहीं है। दूसरी ओर जानकारी सामने आई है कि जीवीजी कृष्णमूर्ति का मतदाता सूची में नाम कटने की जानकारी मिली है। वे 25 वर्ष से कौशाम्बी के मलयगिरि टाॅवर में निवास करते हैं। मगर इसके बाद भी उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है। उनके नाम को हटा दिया गया है। गौरतलब है कि जीवीजी कृष्णमूर्ति पूर्व चुनाव आयुक्त हैं।
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