नई दिल्ली: दिनों दिन बढ़ रहे जुर्म और धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे है. हर दिन इन कारण से लोगों को हर दिन बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं ऊना जिले के अंब में पेपर मील खोलने के नाम पर एसबीआई शाखा मैहतपुर से लिए लोन में करीब 82 करोड़ के धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने पंचकूला और ऊना समेत कंपनी निदेशकों के पांच ठिकानों पर छपा मारा. जिसके पहले बैंक की शिकायत पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने हाल ही में सैनसन पल्प एंड पेपर लिमिटेड कंपनी के प्रबंधकों के खिलाफ सीबीआई की शिमला शाखा में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया जा चुका है.
केंद्रीय जांच एजेंसी ने कंपनी निदेशकों के पंचकूला, जिरकपुर में स्थित घर, ऑफिस समेत अंब में भी छपा मारा गया. जंहा इस बात का पता चला है कि अहम दस्तावेज कब्जे में कर लिया गया है. मामला वर्ष 2008 का है. जब सैनसंज पल्प एंड पेपर मिल लिमिटेड के प्रबंधकों ने ऊना के अंब में पेपर मिल खोलने के लिए एसबीआई शाखा मैहतपुर से करोड़ों का लोन लिया. जानकारी के लिए हम बता दें कि यह लोन वर्ष 2008 से 2011 के बीच लिया गया था. कंपनी चालू होने के बाद बैंक की जांच में पता चला कि सूचित किए बिना कंपनी से कच्चा माल शिफ्ट कर दिया गया है. कंपनी में काम भी नहीं हो रहा है. बैंक को भी इसकी सूचना नहीं मिल पाई है. एसबीआई प्रबंधन ने मामले की विभागीय स्तर पर जांच की. इसमें कंपनी पर कई अनियमितताएं बरतने के आरोप साबित हुए. इसके बाद बैंक प्रबंधन ने मामले की शिकायत सीबीआई से की.
जानकारी के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसी की प्रारंभिक जांच में तथ्य सामने आने पर शिमला थाने में धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में केस किया जा चुका है. जिसके बाद कंपनी निदेशकों के कार्यालयों और घर और अब स्थित कंपनी में बड़ा छपा मारा गया. सीबीआई दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है. सीबीआई के पीआरओ आरके गौड़ ने बताया कि 82 करोड़ के धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने केस दर्ज करने के बाद 5 जगह छापे मारी की गई.
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