श्रीनगरः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात (tablighi jamaat) के कार्यक्रम में शिरकत कर वापस जम्मू कश्मीर लौटे लोगों ने कोरोना वायरस का खतरा बढ़ा दिया है. जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में अधिकतर संख्या निजामुद्दीन से वापस आए लोगों की या इनके संपर्क में आए लोगों की है.
कश्मीर प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, जम्मू कश्मीर से 827 लोग इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निजामुद्दीन गए थे. इनमें से 65 को तो दिल्ली में क्वारंटाइन कर दिया गया है. किन्तु बाकी लोग जम्मू कश्मीर के अलग-अलग राज्यों में वापस लौट आए. अब जब यह बात सामने आई है कि इस कार्यक्रम में शामिल हुए कई लोग कोरोना से संक्रमित हैं. यह जानकारी सामने आने के बाद तो कश्मीर प्रशासन अलर्ट हो गया है और लगभग 400 लोगों को अब तक ट्रेस किया गया है.
बाकि बचे लोगों को गुरुवार शाम तक का समय दिया गया है कि वे अपनी पहचान सार्वजनिक करें और प्रशसन से संपर्क करे ताकि उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके और यदि उन लोगों ने ऐसा नहीं किया तो उनके खिलाफ पुलिस द्वारा एक्शन लिया जाएगा। दरअसल, तब्लीगी जमात से सम्बंधित लोगों पर प्रशसन की नजर तब पड़ी जब कश्मीर में कोरोना वायरस से 65 वर्षीय बुजुर्ग की पहली मौत हुई थी. इस बुजुर्ग का यात्रा इतिहास सामने आया तो पता चला कि यह आदमी इस कार्यक्रम का हिस्सा रहा था और कश्मीर आने से पहले जम्मू और सांबा में भी रुका था।
कोरोना : क्या वाकई उत्साह से बन पाएगा गुड फ्राइडे और ईस्टर ?
आंध्र प्रदेश : अब तक 132 लोग हुए संक्रमित, इतने नए मरीज निकले पॉजीटिव
कोरोना : अब तक 1965 लोग हुए संक्रमित, इतने मरीजों ने गवाई जान