मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में कोरोना से जूझ रहे लोग क्वारंटाइन सेंटर से भागने की हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. वहीं, 6 दिन पहले राजेंद्र नगर के क्वारंटाइन सेंटर किंग्स पार्क गार्डन से भागा 8वां युवक उबैद उल्ला खान भी पुलिस गिरफ्त में आ गया है. वह भी कोरोना पॉजिटिव है, जिस दिन यह भागा था, उसी दिन किशनगंज पुलिस ने इसे कर्फ्यू के उल्लंघन में पकड़कर क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया था. वह छिपकर मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था, तभी उसने अपने कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी. इस पर सेंटर में रहने वाले अन्य लोग घबरा गए. उन्होंने रविवार को पुलिस को जानकारी दी. उसे इंडेक्स मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. फिर राजेंद्र नगर सेंटर से भागने के बाद यह चार लोगों के संपर्क में आया था. उन चारों को भी आईसोलेशन में रखा गया है.
बता दें की एएसपी मनीष खत्री ने बताया हैं कि उबैद उल्ला खान ने बताया कि जिस दिन भागा था, उस दिन वह साथियों के साथ राजीव गांधी प्रतिमा सर्कल पहुंचा. वहां एक पिकअप वैन में लिफ्ट लेकर राऊ के गोल चौराहे तक पहुंचा. फिर मानपुर के रहने वाले आतिक नाम के बाइक सवार से लिफ्ट ली और किशनगंज आ गया. यहां चेकिंग के दौरान टीआई शशिकांत चौरसिया ने रोका तो बाइक चालक आतिक ने मेडिकल दस्तावेज दिखाए. वह डिप्रेशन का मरीज था. दवा लेने निकला था. पुलिस ने उबैद उल्ला से दस्तावेज मांगे तो उसने आधार कार्ड दिखाया. उस पर लखनऊ का पता था. इस पर टीआई ने उसे कर्फ्यू उल्लंघन में शांति निकेतन स्थित क्वारंटाइन इलाके के एक कमरे में ठहरा दिया.
इसके बारें में एएसपी ने आगे बताया कि उबैद ने राजेंद्र नगर क्वारंटाइन सेंटर में अपना पता पश्चिम बंगाल का बताया था, लेकिन वह मूल रूप से लखनऊ का निकला. उसने अपने आधार कार्ड की जानकारी नहीं दी थी. किशनगंज पुलिस ने आधार कार्ड के आधार पर ही उसे बाहरी मानकर क्वारंटाइन किया था. पते की गफलत में हम उसे पश्चिम बंगाल का जानकर वहां तक सर्चिंग कर रहे थे.
कोरोना : धार में 14 नए मामले आए सामने, 34 तक पहुंची मरीजों की संख्या
भोपाल में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी, अब तक 219 केस आए सामने
मध्य प्रदेश के इन तीन शहरों को छोड़कर अन्य जिलों में खुलेंगे दफ्तर-उद्योग